Khatu shyam ji : खाटूश्याम मंदिर में आज शाम 5 बजे से शुरु होंगे दर्शन, यहां जानिए पूरी अपडेट
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Khatu shyam ji : खाटूश्याम मंदिर में आज शाम 5 बजे से शुरु होंगे दर्शन, यहां जानिए पूरी अपडेट

Khatu shyam ji : सीकर के खाटूश्याम में बाबा श्याम मंदिर में आज शाम 5 बजे तिलक श्रंगार होगा. इससे पहले अमावस्या स्नान के चलते मंदिर के पट बंद किए गए थे. करीब 17 घंटे बाद पट खुल रहे है.

Khatu shyam ji : खाटूश्याम मंदिर में आज शाम 5 बजे से शुरु होंगे दर्शन, यहां जानिए पूरी अपडेट

Khatu shyam ji : राजस्थान के सीकर में स्थित खाटूश्यामजी कस्बें के बाबा श्याम के अमावस्या स्नान तिलक श्रृंगार के चलते बाबा श्याम मंदिर के पट सोमवार मध्य रात्रि को दर्शनों के लिए बंद कर दिए गए थे. आज तिलक श्रृंगार और विशेष आरती पूजा के बाद आज शाम 5 बजे बाबा श्याम मंदिर के द्वार श्याम भक्तों के दीदार के लिये खोले जायेंगे. इस दौरान करीब 17 घंटे तक बाबा का मंदिर बंद रहेगा. 

खाटूश्याम श्रद्धालुओं को बाबा श्याम के दीदार मंगलवार शाम 5 बजे तिलक श्रृंगार के बाद ही होंगे. पट बंद को लेकर श्री श्याम मंदिर कमेटी के अध्यक्ष प्रताप सिंह चौहान,उपखंड अधिकारी एवं मेला मजिस्ट्रेट द्वारा श्रद्धालुओं से मंदिर के पट खुलने के बाद ही खाटूधाम आने की अपील भी की है. जिससे शांति व्यवस्था बनी रहे. सोमवार को बाबा श्याम को स्नान करवाया गया और मंगलवार को बाबा का तिलक श्रृंगार होगा. जिसके चलते करीब 17 घंटे तक बाबा श्याम मंदिर के पट बंद रहेंगे. आज शाम पांच बजे बाद दर्शन शुरू होंगे.

खाटूश्याम मंदिर, सीकर

राजस्थान के सीकर जिले में स्थित बाबा श्याम के मंदिर में हर दिन लाखों लोग आते है. खाटूश्याम को श्रीकृष्ण का कलयुगी अवतार भी कहा जाता है. हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा. लोगों में मान्यता है कि यहां आने से सारी मन्नतें पूरी हो जाती है.

खाटूश्याम की कहानी

कहा जाता है कि वनवास के दौरान जब पांडव भटक रहे थे. तो भीम की हिडींबा से मुलाकात हुई. दोनों से एक पुत्र को जन्म हुआ. जिसका नाम घटोत्कछ रखा गया. उसी के बेटे थे बर्बरीक. जब महाभारत का युद्ध हुआ था बर्बरीक से पूछा गया कि आप किसकी तरफ है. तो कहा कि जो हारेगा, मैं उसके साथ हूं. श्रीकृष्ण चिंतित हो गए. कि ये तो पांडवों के लिए नुकसान हो जाएगा. कृष्ण ने बर्बरीक से दान में उनका सिर मांग लिया. जिसके बाद बर्बरीक की युद्ध देखने की इच्छा को पूरा करते हुए उसे एक पहाड़ी पर रख दिया था.

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