Rajasthan News: राजस्थान के तीन जवानों की शहादत हुई है, जिसमें एक हिमाचल में हिमस्खलन के कारण और दो जम्मू-कश्मीर में हादसे के कारण शहीद हुए हैं. नागौर और बहरोड़ के जवानों की पहचान हुई है, जिनमें शहीद नितीश यादव और शहीद सुल्तान सिंह बाजिया शामिल हैं. शहीद नितीश यादव के चाचा की भी हादसे में जान गई है. शहीद सुल्तान सिंह बाजिया का अंतिम संस्कार 6 जनवरी को होगा. गांवों में शोक की लहर है.
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Rajasthan News: जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में हुए हादसे में जान गंवाने वाले राजस्थान के दो जवानों का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में किया जाएगा. इनमें बहरोड़ के लांस नायक नितीश कुमार यादव और नागौर के हवलदार हरिराम शामिल हैं. दोनों थल सेना में थे. इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश में हिमस्खलन के कारण शहीद हुए सीकर के जवान सुल्तान सिंह बाजिया को भी अंतिम विदाई दी जाएगी.
सोमवार दोपहर उनकी पार्थिव देह पैतृक गांव पहुंचेगी, इसके बाद तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी. सीकर के रिंगस थाने के बाहर धरना शुरू हो गया है, जहां सुल्तान सिंह बाजिया के परिवार वालों के साथ बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोग उन्हें शहीद का दर्जा दिए जाने की मांग कर रहे हैं.
राजस्थान में तीन जवानों की शहादत की खबर बहुत दुखद है. एक जवान की हिमाचल प्रदेश में हिमस्खलन में और दो जवानों की जम्मू-कश्मीर में सेना के ट्रक के खाई में गिरने से मौत हुई. सेना ने शहादत की सूचना दी और श्रद्धांजलि देने के बाद पार्थिव देह को पैतृक गांवों की ओर भेज दिया गया. वहां सैन्य सम्मान के साथ अंत्येष्टि की तैयारियां चल रही हैं. इस खबर से जवानों के परिवार और गांवों में शोक की लहर है.
जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में शनिवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ. सेना के एक ट्रक के खाई में गिरने से 4 जवानों की शहादत हो गई. शनिवार और रविवार को इनकी पहचान हुई, जिसमें पता चला कि दो जवान राजस्थान के नागौर के हरिराम रेवाड़ और बहरोड़ निवासी नितीश कुमार यादव हैं. ये दोनों जवान बांदीपोरा जिले में 13 आरआर बटालियन में तैनात थे.
हादसे के बारे में बताया गया है कि खराब मौसम के कारण विजिबिलिटी कम थी, जिसके कारण ट्रक सड़क से फिसला और खाई में जा गिरा. यह घटना बहुत ही दुखद है और हमें अपने जवानों की शहादत को याद रखना चाहिए.
नागौर के जायल गांव के हरिराम रेवाड़ की शहादत की खबर सामने आई है. वह जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा में हुए हादसे में शहीद हुए चार जवानों में से एक थे. उनकी पहचान हवलदार हरिराम रेवाड़ के रूप में हुई है. सोमवार को उनकी अंत्येष्टि की जाएगी. नागौर एडीएम चंपालाल जीनगर ने बताया कि शहीद हरिराम की पार्थिव देह सैन्य वाहन से उनके गांव लाया जाएगा. हरिराम रेवाड़ के एक बेटा और एक बेटी है, जबकि उनके बड़े भाई रिटायर्ड कर्मचारी और पिता किसान हैं.
बहरोड़ रिवाली गांव निवासी लांस नायक नितीश कुमार यादव (29) पुत्र सुरेन्द्र कुमार की शहादत की खबर सामने आई है. वह जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में हुए हादसे में शहीद हुए हैं. नितीश कुमार यादव के परिवार को अभी तक उनकी शहादत की खबर नहीं दी गई है, लेकिन गांव के लोग और परिजनों ने शहीद के घर पर आवाजाही बंद कर दी है. रिश्तेदारों को भी घर आने से रोका गया है. नितीश कुमार यादव के छोटे भाई शोभित यादव ने बताया कि उन्होंने अपने बड़े भाई से शनिवार सुबह करीब 9:30 बजे बात की थी. बाद में शाम करीब 7 बजे शहीद के सीओ ने शोभित को सूचना दी कि नितीश इस दुनिया में नहीं रहा. नितीश कुमार यादव के एक बेटा धैर्य (2 साल) है. उनके छोटे भाई शोभित यादव गृह मंत्रालय में सचिवालय सुरक्षा बल में कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात हैं.
जम्मू में शहीद हुए नितीश कुमार के परिवार के साथ दोहरा दुख हुआ. नितीश की शहादत की खबर सुनने के बाद उनके चाचा अजीत सिंह यादव घर पहुंचे, लेकिन दुर्भाग्य से अजीत सिंह यादव की भी मौत हो गई. वह छत पर दातुन करते हुए टहल रहे थे, तभी उन्हें उल्टी आई और वह छत की मुंडेर से नीचे गिर गए. परिजन उन्हें तुरंत जिला अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. अजीत सिंह यादव हरियाणा में सीआरपीएफ में सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे.
हिमाचल प्रदेश के कुन्नुर जिले में हिमस्खलन की घटना में राजस्थान के सीकर जिले के रींगस इलाके के निवासी सुलतानसिंह बाजिया की शहादत हो गई. वह सीमा सडक़ संगठन इकाई (जीआरईएफ) में तैनात थे. उनके पार्थिव शरीर को 4 जनवरी को सैन्य सम्मान के साथ हिमाचल प्रदेश के कुन्नुर जिले से उनके पैतृक गांव रींगस थाना क्षेत्र के लाखनी गांव के लिए रवाना किया गया था. आज, 6 जनवरी को उनका अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा.
जिला कलेक्टर, एसपी और पुलिस थाने को सैन्य अधिकारियों ने पत्र भेजकर गार्ड ऑफ ऑनर के लिए सूचना दी है. सरपंच महेश कुमार और महावीर सिंह जटराना ने बताया कि सुल्तान सिंह बाजिया जीआरईएफ की कंस्ट्रक्शन कंपनी में हिमाचल प्रदेश के कुन्नुर जिले में ड्यूटी पर थे, जहां उनकी शहादत हो गई.