स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र से अच्छी खबर, डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज को मिली रिसर्च की मंजूरी
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स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र से अच्छी खबर, डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज को मिली रिसर्च की मंजूरी

डॉक्टर अब आदिवासी इलाके में बीमारियों पर रिसर्च करेंगे, जिससे यहां के लोगों को बीमारियों के इलाज के साथ ही राहत भी मिलेगी. 

डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज

Dungarpur: प्रदेश के आदिवासी बहुल डूंगरपुर जिले के लिए स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र से अच्छी खबर निकल कर आई है. जिले में चार साल पहले शुरू हुए डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज को पहले स्पेशलिस्ट डॉक्टर (specialist doctor) और अब रिसर्च की मंजूरी मिल गई है. डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज (Dungarpur Medical College) के डॉक्टर अब आदिवासी इलाके में बीमारियों पर रिसर्च करेंगे, जिससे यहां के लोगों को बीमारियों के इलाज के साथ ही राहत भी मिलेगी. 

डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज में वर्ष 2018 से पहला बैच प्रारंभ हुआ था. इसके बाद से मेडिकल कॉलेज (Medical College) में सुविधाएं बढ़ती जा रही हैं. वहीं अब जिले वासियों के लिए एक अच्छी खबर निकलकर आई है. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Ministry of Health) से डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज में रिसर्च की मंजूरी मिल गई है. डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ महेंद्र डामोर (Dr. Mahendra Damor) ने बताया की केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज को इसके लिए 1 करोड़ 25 लाख रुपये का बजट भी मिला है.

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प्रदेश में राजमेस के तहत संचालित 13 मेडिकल कॉलेज में से एकमात्र डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज को मल्टी डिस्प्लीनरी रिसर्च यूनिट (एमआरयू) (Multi Disciplinary Research Unit) की मंजूरी मिली है. भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी पत्र में रिसर्च और उससे जुड़े उपकरणों के लिए 1 करोड़ 25 लाख रुपये का बजट भी दिया है. 

राजस्थान के डूंगरपुर के अलावा उत्तरप्रदेश के ऑल इंडिया इंस्टीटूट ऑफ मेडिकल साइंस रायबरेली, ओडिसा के बलांगीर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल और हिमाचल प्रदेश के डॉ राधा कृष्ण गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज, हमीरपुर में भी रिसर्च (Research) की अनुमति मिली है. इससे प्रदेश के एसएमएस (SMS), जोधपुर (Jodhpur) समेत बड़े मेडिकल कॉलेज की तरह ही अब डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज में भी बीमारियों पर कई तरह के रिसर्च किए जाएंगे.

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डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज में रिसर्च की अनुमति के बाद वागड़ के लोगों को कई तरह के फायदे मिलेंगे. मेडिकल कॉलेज में रिसर्च को लेकर सुविधाओं का विस्तार होगा तो वहीं, कई नए टेक्नोलॉजी (New technology) के उपकरण भी आएंगे, जिससे डॉक्टर और एमबीबीएस स्टूडेंट (MBBS student) बीमारियों से जुड़े रिसर्च कर सकेंगे. वहीं, 150 किमी दूर अहमदाबाद या फिर 100 किमी दूर उदयपुर (Udaipur News) में इलाज के लिए भटकने वाले मरीजों को भी डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बेहतर सुविधाएं मिलेंगी.

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फिलहाल स्वास्थ्य व चिकित्सा की दृष्टि से डूंगरपुर जिले के लोग पड़ोसी राज्य गुजरात में पलायन करते थे. जिससे लोगों को जेब ढीली करने के साथ ही समय भी बर्बाद होता था. लेकिन केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज में रिसर्च को मंजूरी मिलने से डूंगरपुर जिले सहित आसपास के जिलों के लिए स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी लाभ मिलेगा और अब उन्हें इलाज के लिए पलायन नहीं करना पड़ेगा.
Report- AKHILESH SHARMA

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