चिंतन शिविर में भाग लेने के लिए राहुल गांधी ट्रेन से आएंगे उदयपुर,जानें पूरा शेड्यूल
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चिंतन शिविर में भाग लेने के लिए राहुल गांधी ट्रेन से आएंगे उदयपुर,जानें पूरा शेड्यूल

 कांग्रेस का उदयपुर में नव संकल्प चिंतन शिविर का आयोजन होने जा रहा है. इस आयोजन में कांग्रेस आलाकमान समेत 400 से ज्यादा नेता हिस्सा ले रहे हैं.

चिंतन शिविर में भाग लेने के लिए राहुल गांधी ट्रेन से आएंगे उदयपुर,जानें पूरा शेड्यूल

 दिल्ली: कांग्रेस का उदयपुर में नव संकल्प चिंतन शिविर का आयोजन होने जा रहा है. इस आयोजन में कांग्रेस आलाकमान समेत 400 से ज्यादा नेता हिस्सा ले रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, सांसद राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी भी चिंतन शिविर में शिकरत रह रही हैं.

शिविर में हिस्सा लेने के लिए राहुल गांधी ट्रेन से उदयपुर पहुंचेंगे. 12 मई की शाम राहुल गांधी निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से उदयपुर के लिए रवाना होंगे. राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भी ट्रेन में रहेंगे. कांग्रेस ने राहुल गांधी के ट्रेन से आने की तैयारी शुरू कर दी है. कांग्रेस कार्यालय ने इस बारे में जानकारी साझा की है.  

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उदयपुर में 13 से 15 मई को चिंतन शिविर
राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस की चिंतन शिविर 13 से 15 मई को आयोजित हो रही है.कांग्रेस के तीन दिवसीय चिंतन शिविर को लेकर तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही है. चिंतन शिविर में देश भर से कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ और राष्ट्रीय नेता उदयपुर में मौजूद रहेंगे. खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तैयारियों का जायजा ले रहे हैं. पिछले हफ्ते 4 मई को अशोक गहलोत उदयपुर जाकर तैयारियों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी ली थी.

आदिवासी वोटबैंक पर कांग्रेस-बीजेपी की नजर

दरअसल, राजस्थान में आदिवासी वोटबैंक बीजेपी और कांग्रेस के लिए नाक का विषय बना हुआ है. इसके अलावा बीटीपी (भारतीय ट्राइबल पार्टी) भी तेजी से इस समाज में अपना पैठ बढ़ा रही है.  दक्षिण राजस्थान के पांच जिलों बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद और चित्तौड़गढ़ विधानसभा की कुल 28 सीटों में से सत्तारूढ़ दल कांग्रेस को 2018 विधानसभा में सिर्फ 11 सीटें हासिल हुई थी, जबकि बीजेपी ने यहां पर अपना परचम लहराया था. पार्टी ने 14 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं, बीटीपी ने भी दो सीटों पर कब्जा जमाया था.

बीटीपी को रोकने के लिए कांग्रेस ने बीजेपी के साथ मिलाया था हाथ

बीटीपी इसके बाद लगातार यहां पर जमीन मजबूत करने में जुटी हुई हैय हाल ही में डूंगरपुर में जिला परिषद के चुनाव में 27 में से 13 सीटों पर बीटीपी समर्थित सदस्यों ने जीत दर्ज की थी. सबसे खास बात यह है कि बीटीपी को जिला परिषद में बोर्ड बनाने से रोकने के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने एक साथ यहां पर हाथ मिला लिया था और राज्य में कांग्रेस सरकार होने के बावजूद यहां बीजेपी समर्थित उम्मीदवार को जिला प्रमुख बनाया गया. पिछले तीन साल में दक्षिण राजस्थान में जितनी भी विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए हैं, उनमें बीटीपी ने दोनों पार्टियों के लिए काफी परेशानी खड़ी की है

 

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