चित्तौड़गढ़ जिले में मौसमी बीमारियों का प्रकोप भयंकर रूप ले रहा है, जिला मुख्यालय स्थित सांवलियाजी चिकित्सालय के वार्ड मरीजों से भरे हुए हैं.
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Chittorgarh: चित्तौड़गढ़ जिले में मौसमी बीमारियों का प्रकोप भयंकर रूप ले रहा है, जिला मुख्यालय स्थित सांवलियाजी चिकित्सालय के वार्ड मरीजों से भरे हुए हैं. कई मरीजों को जमीन पर लेट कर अपना उपचार करना पड़ रहा है.
चिकित्सकों के अनुसार बरसात के मौसम में पैदा होने वाले मच्छरों से डेंगू, मलेरिया जैसे रोग बहुतायत में खेल रहे हैं, जिससे मौसमी बीमारियों के मरीजों में दोगुनी वृद्धि हुई है. जिला चिकित्सालय में रोजाना करीब 2000 नए मरीज आउटडोर वार्ड में उपचार के लिए पहुंच रहे हैं, जिससे चिकित्सालय में जबरदस्त भीड़ का माहौल है.
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वहीं चिकित्सकों के कक्ष के बाहर मरीजों की लंबी कतारें लगी हुई है, इसके साथ ही दवाई लेने के लिए भी काउंटर के बाहर 50-50 मरीज लाइन में लगे हुए हैं. इधर चिकित्सालय के महिला वार्ड में करीब एक दर्जन महिलाओं का जमीन पर लिटा कर उपचार किया जा रहा है.
चिकित्सालय के महिला मेडिकल वार्ड में 55 पलंग लगी हुई है जबकि वहां 75 महिलाएं भर्ती है. नर्सिंग कर्मियों ने बताया कि अधिक मरीज आने पर जमीन पर लेटा कर उपचार किया इसी तरह पुरुष वार्ड में भी 1 दर्जन से अधिक मरीज जमीन पर लेटे हुए उपचार कराने को मजबूर है. हालांकि चिकित्सालय प्रशासन द्वारा अतिरिक्त पलंग लगाने की व्यवस्था की गई है, इसके बाद भी मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण व्यवस्थाओं में कमी हो रही है.
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चिकित्सकों ने लोगों से आग्रह किया है कि अपने घर के आस-पास गंदा पानी जमा नहीं होने दें, इसके साथ ही घर से बाहर आवश्यकता होने पर ही निकले बरसात के मौसम में साफ पानी के मच्छरों से डेंगू का रोग खेल रहा है.
Report-Deepak Vyas