झांकी के पहले हिस्से को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम समर्पित किया गया है. जबकि दूसरे हिस्से में औद्योगिक सुरक्षा, दिल्ली मेट्रो, लाल किला, एयरपोर्ट, सीपोर्ट और वीवीआईपी सुरक्षा को दर्शाया गया है.
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नई दिल्ली: 70वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर सीआईएसएफ की झांकी महिला सशक्तिकरण का संदेश लेकर राजपथ पर उतरने वाली है. 26 जनवरी को राजपथ पर उतरने वाली सीआईएसएफ की इस झांकी को कुल दो हिस्सों में बांटा गया है. झांकी के पहले हिस्से को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम समर्पित किया गया है. जबकि दूसरे हिस्से में औद्योगिक सुरक्षा, दिल्ली मेट्रो, लाल किला, एयरपोर्ट, सीपोर्ट और वीवीआईपी सुरक्षा को दर्शाया गया है.
सीआईएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि 'राजघाट' की सुरक्षा व्यवस्था सीआईएसएफ के पास है. लिहाजा, सीआईएसएफ ने अपनी झांकी के पहले हिस्से को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को समर्पित किया है. इस बार, गणतंत्र दिवस समारोह का हिस्सा बनने आए देशवासी राजघाट की सजीव झांकी राजपथ पर देख सकेंगे. जिस समय राजघाट की झांकी राजपथ से गुजरेगी, उस समय गांधी जी का प्रिय भजन रघुपति राघव राजा राम की धुन बजाई जाएगी.
दिखेंगी औद्योगिक सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियां
सीआईएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि झांकी के दूसरे हिस्से को विभिन्न औद्योगिक प्रतिष्ठान, ऐतिहासिक स्थल और अंतिसंवेदनशील प्रतिष्ठानों की सुरक्षा में सीआईएसएफ की तैनाती को दिखाया जाएगा. झांकी में सबसे पहले थर्मल पावर प्लांट, स्टील प्लांट, रिफायनरी और न्यूकिलियर स्टालेशन को दिखाया गया है. इसके बाद सी-पोर्ट और हिमालयी क्षेत्र के दुर्गम इलाकों में सीआईएसएफ की स्थति को दर्शाया गया है.
सीआईएसएफ का डॉग स्क्वायड भी होगा परेड का हिस्सा
सीआईएसएफ की झांकी के सबसे पिछले हिस्से में लालकिला, इसरो की मिसाइल, एयरपोर्ट से उड़ान भरते एयरक्राफ्ट और फायर यूनिट के अधिकारियों को दिखाया गया है. अधिकारी के अनुसार, झांकी के चारों तरफ डॉग स्क्वायड के 8 कुत्तों को उनके प्रशिक्षकों के साथ तैनात किया गया है. ये सभी कुत्ते लेब्राडोर प्रजाति के हैं और दूर से खतरे को भांपने में सक्षम हैं. सीआईएसएफ की इस झांकी का बैक ग्राउंड साउंड 'देश का उद्योग और धरोहर, हम उसके रक्षक हैं...' होगा.
महिला कमांडो होगी झांकी का मुख्य आकर्षण
सीआईएसएफ देश की इकलौती फोर्स है, जिसमें महिलाओं की भागीदारी करीब 6 प्रतिशत है. सीआईएसएफ अपनी इस उपलब्धि को न केवल इस बार राजपथ पर दर्शाएगी, बल्कि देश को महिला सशक्तिकरण का संदेश भी देगी. अपने इसी संदेश के तहत सीआईएसएफ ने अपनी झांकी का मुख्य आकर्षण महिला कमांडो की मूर्ति को बनाया है. यह मूर्ति करीब ढाई मीटर ऊंची होगी. इसके अलावा, झांकी के चारों तरफ अत्याधुनिक हथियारों से लैस महिला कमांडो को भी तैनात किया गया है.