साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता समेत 3 लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज, जानिए क्या है वजह
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साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता समेत 3 लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज, जानिए क्या है वजह

असमी साहित्यकार और साहित्य अकादमी से सम्मानित हिरेन गोहेन, आरटीआई कार्यकर्ता अखिल गोगोई, वरिष्ठ पत्रकार मंजीत महंत खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया है.

साहित्य अकादमी से सम्मानित हिरेन गोहेन. फोटो- youtube

अंजनील कश्यप, गुवाहाटी: लोकसभा से नागरिकता संशोधन विधेयक 2016 पारित होने का विरोध असम में आज तीसरे दिन भी जारी हैं. छात्र संघठन, पत्रकार संघठन, साहित्यकार, समाजसेवी और शिक्षाविद, बुद्धिजीव सभी इस बिल का का घोर विरोध कर रहे हैं. आज असम के जोरहाट में छात्रों ने असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल का शव यात्रा निकाली और मुख्यमंत्री का पुतला फूंका, तो वही नागरिकता विधेयक पर टिप्पणी करने के लिए गुरुवार को असमी साहित्यकार और साहित्य अकादमी से सम्मानित हिरेन गोहेन, आरटीआई कार्यकर्ता अखिल गोगोई, वरिष्ठ पत्रकार मंजीत महंत खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया है.

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि असम पुलिस ने तीन पहले एक कार्यक्रम में नागरिकता (संशोधन) विधेयक के विरूद्ध टिप्पणी के लिए उनके खिलाफ मामले दर्ज किये हैं. इस विधेयक को लेकर राज्य में जबरदस्त प्रदर्शन हो रहा है. शहर के विभिन्न हिस्से में निषेधाज्ञा भी लागू है. गुवाहाटी के पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने यहां संवाददाताओं को बताया कि पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए लातासिल पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 124 (ए), 120 (बी) समेत संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.

उन्होंने कहा कि गोहेन, गोगोई और पत्रकार मंजीत महंत पर आईपीसी की धारा 121 और 123 (सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की कोशिश) के अंतर्गत भी मामले दर्ज किये गए हैं. कुमार ने कहा कि बैठक के दौरान विधेयक के खिलाफ टिप्पणी के लिए तीनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. मामले की जांच की जा रही है.

कुमार ने कहा, "इन सभी के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज किया गया है. मैं इसकी जांच कर रहा हूं कि यहां सात जनवरी को हुई नागरिक समाज की बैठक के दौरान उन्होंने क्या कहा था. " तीनों एक नागरिक संगठन, नागरिक समाज के सदस्य हैं जो नागरिकता (संशोधन) विधेयक का विरोध कर रहा है. 

नामी साहित्यकार और गौहाटी विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त प्रोफेसर गोहेन ने कहा कि उन्हें पता चला है कि उनके खिलाफ देशद्रोह का एक मामला दर्ज किया गया है लेकिन किस आधार पर दर्ज किया गया इसका पता नहीं है. गोगाई चर्चित आरटीआई कार्यकर्ता और कृषक मुक्ति संग्राम समिति के प्रमुख हैं.

महंत असम के एक अग्रणी अखबार के पूर्व कार्यकारी सम्पादक और स्तंभकार हैं.  कृषक मुक्ति संग्राम समिति 70 सहयोगी संगठनों के साथ मिलकर असम में विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है. गुवाहाटी पुलिस ने दिसपुर, भानागढ़, बसिष्ठ और हाथीगांव के अंतर्गत आने वाले इलाके में धारा 144 लगा रखी है. 

 

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