जानिए, 'ऑपरेशन गुड़िया' में पुलिस ने किस तरह से किया पूरे गिरोह का पर्दाफाश....
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जानिए, 'ऑपरेशन गुड़िया' में पुलिस ने किस तरह से किया पूरे गिरोह का पर्दाफाश....

जी मीडिया के ऑपरेशन गुड़िया के आधार पर की जा रही जांच में यह पता चला कि इस गिरोह के तार राजस्थान के साथ ही आसपास के चार राज्यों में फैले हुए हैं.

पुलिस ने बच्चियों को खरीदने वाले दस आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया है.

मनवीर सिंह/भीलवाड़ा: ऑपरेशन गुड़िया के माध्यम से जी मीडिया ने बेटियों के सौदागरों का जो सच समाज के सामने रखा उसके बाद पुलिस ने पूरे प्रदेश में एक मुहिम चलाई जिससे कई लोग गिरफ्तार हुए. वहीं ऑपरेशन गुड़िया की सफलता में सबसे बड़ा किरदार भीलवाड़ा में एडिशनल एसपी के रूप में तैनात अनुकृति उज्जेनिया ने निभाया. भीलवाड़ा एसपी हरेन्द्र महावर के निर्देश पर अनुकृति उज्जेनिया और उनकी टीम ने जब पूरे मामले कि जांच को दिशा दी.

वहीं, ऑपरेशन गुड़िया के खुलासो में अहम किरदार निभाने वाली गुड़िया के बयानों का ताजा खुलासे में महत्वपूर्ण योगदान रहा. गुड़िया के बयानों के आधार पर ही एडिशन एसपी अनुकृति उज्जेनिया की टीम ने मासूम बच्चियों से वेश्यावृत्तिकरवाने वाले दस आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया. यह सभी आरोपी कंजर समाज से ताल्लुक रखते है. यह सभी वो आरोपी थे जिन्होंने मासूम बेटियों को पहले अपहरणकर्ताओं से खरीदा और बाद में उन्हें वेश्यावृत्तिके धंधे में धकेलना शुरू कर दिया. इन आरोपियों द्वारा भीलवाड़ा के इटुन्दा, पंढेर, हनुमान नगर और अजमेर के सांवर थानाक्षेत्र के नापाखेडा व जसवंत नगर में वेश्यावृत्तिके अड्डे संचालित किये जा रहे थे. इन्हीं अड्डों पर यह आरोपी किडनैप कर लायी गयी बच्चियों को रख कर दवाओं के माध्यम से जवान करते थे और बाद में उन्हें वेश्यावृत्ति के धंधे में उतार दिया करते थे. 

यह VIDEO देखें: कैसे हुआ ऑपरेशन गुड़िया का असर ?

वहीं, अब जी मीडिया के ऑपरेशन गुड़िया के आधार पर की जा रही जांच में यह पता चला कि इस गिरोह के तार राजस्थान के साथ ही आसपास के चार राज्यों में फैले हुए हैं. पुलिस टीम द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए राजस्थान के साथ ही उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र गयी और कई स्थानों पर छापामार कार्यवाही को अंजाम दिया गया . पुलिस ने इस दौरान उस कड़ी को भी ढूंढ निकाला जो बच्चा चोर गिरोह और वेश्यावृत्तिके अड्डे संचालित करने वालो के बीच बीचौलियो का काम करती थी. भीलवाड़ा पुलिस ने ऐसे चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो बच्च चोर गिरोह से सम्पर्क में रहते थे और बच्चियों के अपहरण के बाद उनका सौदा कर उन्हें कंजर गिरोह तक पहुचाते थे.

पुलिस द्वारा इस मामले में दस ऐसे आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जो अगवा कर लाइ गई बच्चियों को खरीद कर उन्हें वेश्यावृत्तिके धंधे में धकेलते थे. वहीं चार लोग ऐसे भी थे जो बच्चियों के अपहरण कर्ताओं और बच्चियों से वेश्यावृति करने वालो के बीच बिचौलियों का काम करते थे. इन चार शातिर अपराधियों को भी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन इनके कई साथी आज भी खुले घूम रहे हैं. पुलिस के अनुसार यह सभी आरोपी पडोसी राज्य मध्य प्रदेश से ताल्लुक रखते हैं.

पुलिस अभी तक उस कड़ी को नहीं ढूंढ पाई हैं, जो मासूम बच्चियों की चोरी का काम अंजाम दिया करते थे. पुलिस द्वारा इस मामले में सभी कड़ियों को जोड़ा जा रहा है लेकिन अपहरण कर्ताओं तक पहुंचने में पुलिस अभी तक नाकाम है. ऐसा माना जा रहा है कि जी मीडिया के खुलासे के बाद शुरू हुए गिरफ्तारियों के दौर के बाद सभी अपहरण कर्ता भूमिगत हो चुके है. वहीं पकड़े गए आरोपियों द्वारा भी फिलहाल अपहरण करने वाले शातिरों के नामों का खुलासा नहीं किया गया है.

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