इससे पहले कांग्रेस और जेडीएस की सरकार को विश्वासमत के दौरान सदन में हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद अब बीजेपी ने राज्य में सरकार बनाने का दावा किया है. बीजेपी कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी है.
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बेंगलुरु: कर्नाटक में लंबे समय से चले आ रहे राजनीतिक गतिरोध पर शुक्रवार शाम को विराम लगा. बीएस येद्दियुरप्पा ने बेंगलुरु में राजभवन में पद और गोपनीयता की शपथ ली. वह चौथी बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने. इससे पहले कुमारस्वामी की सरकार विश्वासमत के दौरान सदन में हार गई थी. इसके बाद बीजेपी ने सरकार बनाने का दावा पेश किया.
शुक्रवार शाम को कर्नाटक के राज्यपाल वजूभाई वाला ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. शपथ ग्रहण समारोह में अभी सिर्फ येद्दियुरप्पा ने शपथ ली है. बाकी के मंत्री बाद में पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे. उनके शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस के बागी विधायक रोशन बेग भी पहुंचे. हालांकि अब तक रोशन बेग की सदस्यता के मामले में फैसला नहीं हो पाया है.
शपथ ग्रहण समारोह के बाद बीएस येदियुरप्पा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. उन्होंने कहा, वह 29 जुलाई को सुबह 10 बजे अपना बहुमत साबित करेंगे. इसके साथ ही वह फाइनेंस बिल को भी पास कर देंगे. येदियुरप्पा ने कहा, वह कैबिनेट के बारे में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से बातचीत करेंगे. अगर जरूरी हुआ तो वह इसके लिए शनिवार को दिल्ली भी आ सकते हैं. मैंने अपनी कैबिनेट में दो अहम निर्णय लिए हैं. प्रधानमंत्री किसान स्कीम में हम सभी किसानों को मिलने वाली दो हजार रुपए की किश्तों को देना सुनिश्चित करेंगे.
बीएस येद्दियुरप्पा इससे पहले वह अपने घर से बीजेपी ऑफिस पहुंचे. यहां नेताओं और साथियों से मुलाकात के बाद येद्दियुरप्पा ने बेंगलुरु के खाडू मल्लेश्वरा मंदिर में दर्शन किए. इस दौरान उनके साथ साथी विधायक और पार्टी नेता भी थे.
Karnataka: BJP State President BS Yediyurappa offers prayers at Kadu Malleshwara temple in Bengaluru. He will take oath as Chief Minister at 6 pm, today. pic.twitter.com/INvvZ1C9Yy
— ANI (@ANI) July 26, 2019
इससे पहले कांग्रेस और जेडीएस की सरकार को विश्वासमत के दौरान सदन में हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद अब बीजेपी ने राज्य में सरकार बनाने का दावा किया है. बीजेपी कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी है.
पहली बार 2007 में बने थे सीएम
बीएस येदियुरप्पा पहली बार 12 नवंबर 2007 को मुख्यमंत्री बने लेकिन सात दिन में ही उनकी सरकार गिर गई. दूसरी बार 30 मई 2008 को वह फिर से मुख्यमंत्री बने और 31 जुलाई 2011 तक पद पर बने रहे. हालांकि, कार्यकाल पूरा करने से पहले ही उन्हें इस्तीफा देना पड़ा और उनकी जगह डी वी सदानंद गौड़ा सीएम बन गए. 2018 में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद जब बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी तो येदियुरप्पा फिर से सीएम बने लेकिन दो दिन में ही इस्तीफा दे दिया. अब जेडीएस-कांग्रेस की सरकार गिरने के बाद वह चौथी बार सीएम बने हैं.