अनंतनाग में दो आतंकी गुटों में आपसी भिड़ंत, मुठभेड़ में ISJK का एक आतंकी मारा गया
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अनंतनाग में दो आतंकी गुटों में आपसी भिड़ंत, मुठभेड़ में ISJK का एक आतंकी मारा गया

कश्मीर में सक्रिय आतंकी समूहों के बीच दरार गहरी होती जारी है जो विरोध अब तक बातों में था वो ज़मीन पर भी दिखने लगा है.

कश्मीर के आतंकवाद के इतहास की यह पहली घटना है जब दो आतंकी गुटों की आपस में भिड़ंत हुई है.

श्रीनगर: अनंतनाग में दो आतंकी गुटों में आपसी भिड़ंत में ISJK का एक आतंकी मारा गया है. कश्मीर के आतंकवाद के इतहास की यह पहली घटना है जब दो आतंकी गुटों की आपस में भिड़ंत हुई है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इस्लामिक स्टेट जम्मू-कश्मीर (ISJK) से संबद्ध एक आतंकवादी बुधवार की रात दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबेहारा के सिरहामा गांव में लश्कर-ए-तैयबा के गुट के साथ मुठभेड़ में मार गिराया गया. रिपोर्ट्स में कहा गया है कि ISJK के आदिल रहमान दास का शव श्रीनगर से 70 किलोमीटर दूर सरहामा इलाके में एक पहाड़ी के पास मिला. यह आतंकी LeT आतंकवादियों के साथ हुई एक मुठभेड़ में मारा गया था. 

सूत्रों के मुताबिक इस आतंकी ने हाल ही में अपना संगठन बदल दिया था और लश्कर से ISJK में शामिल हुआ था. लश्कर ने आदिल से हथियार वापस लेने का फैसला किया था और आदिल को संदेश भी भेजा गया था मगर आदिल ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. बीती रात सिरहमा के जंगलों में लश्कर के आतंकियों ने ISJK के आदिल और आरिफ को घेरा और हथियार लौटने को कहा. दोनों गुटों के बीच झड़प हुई जिसमें आदिल मारा गया. 

बताया जाता है आदिल आईएसजेके में शामिल होने से पहले जुलाई में पिछले साल हिज्बुल से लश्कर में शामिल हो गया था. झड़प के बाद आदिल का घायल साथी, उसका शव लेकर वहां से फरार हुआ मगर लश्कर के लोग हथियार छीनकर वहां से फरार हो गए. 
 
पुलिस सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान समर्थक एक आतंकवादी समूह द्वारा हथियार पर हुई झड़प के दौरान आदिल मारा गया था. मारे गए व्यक्ति ISJK के कमांडर मुगेस मीर के दूर के रिश्तेदार था. घटना के बारे में पुलिस या किसी सुरक्षा एजेंसी ने विस्तार से कोई खुलासा नहीं किया है. पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा है कि एक आतंकी मारा गया है और एक पकड़ा गया है. किसने ने गोली मारी और मारा और पकड़ा गया, आतंकी किस संगठन से था, इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई है.

पुलिस के बयान के मुताबिक " एक सक्रिय आतंकवादी का शव जिला अनंतनाग के बिजबेहरा इलाके में बागों से बरामद किया गया, जबकि एक अन्य घायल आतंकवादी को पुलिस और सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम ने इलाके से गिरफ्तार किया. मारे गए आतंकवादी की पहचान वाघमा बिजबेहरा के आदिल दास के रूप में हुई है. मारे गए आतंकवादी का शव को क़ानूनी करवाई पूरा करने के बाद परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया है. बयान में और लिखा गया "इसके अलावा घायल आतंकवादी की पहचान फतेहपोरा लरकिपोरा अनंतनाग के आरिफ हुसैन भट्ट के रूप में की गई है. उन्हें हिरासत में ले लिया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसका इलाज किया जा रहा है. पुलिस ने इस संबंध में एक मामला दर्ज किया है. मामले में आगे की जांच चल रही है."  

ISJK की स्थापना 2016 में तब हुई जब तहरीक-उल-मुजाहिदीन आतंकवादी संगठन के मुगीस मीर और श्रीनगर के दाऊद सलफ़ी ने तहरीक-उल-मुजाहिद्दीन छोड़कर इस संगठन को जन्म दिया. 2017 में अलग-अलग मुठभेड़ों में मीर और सलाफ़ी मारे गए थे.

गौरतलब है आईएसजेके और ज़ाकिर मूसा का अंसार-उल-गज़्वातुल हिन्द आतंकी संगठन की विचारधारा और अब तक पिछले तीस सालों से सकरी रहे आतंकी संगठनों की विचारधरा एक दम अलग है. यह नए दो आतंकी संगठन कश्मीर में इस्लाम और खिलाफत का राज कायम करने की बात को लेकर सक्रिय हैं जबकि बाकी पाकिस्तान से विलय की बात करते आए हैं. यह विचारधारा की जंग तो 2016 से शुरू हुई और हाल ही में अबू दुजाना जो लश्कर का एक पूर्व कमांडर था और ज़ाकिर मूसा अंसार ग़ज़ावत-उल-हिंद का चीफ था, के बीच एक बातचीत का एक ऑडियो सामने आया था. 

हालांकि यह ऑडियो जो अंसार के मीडिया सेल अल हिन्द ने जारी किया तब सामने आया है जब ज़ाकिर और दुजाना दोनों का सफाया हो गया. ऑडियो में साफ़ सुना जा सकता है कि पाकिस्तान समर्थक आतंकवाद को छोड़ने वाले आतंकियों को पाकिस्तान समर्थक आतंकवादी कैसे धमकाते हैं. अब कल आतंकियों के बीच हुई झड़प की ताजा घटना ने साफ़ किया कि कश्मीर में सक्रिय आतंकी समूहों के बीच दरार गहरी होती जारी है जो विरोध अब तक बातों में था वो ज़मीन पर भी दिखने लगा है.

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