भारत यूं तो अपने शांत स्वभाव और भाईचारे के लिए जाना जाता है. हमारा देश कभी भी 'अटैक' पर नहीं, बल्कि 'डिफेंस' पर भरोसा करता है. लेकिन हमारे पड़ोसी मुल्क समेत कई मुल्कों ने इसका फायदा उठाने की कोशिश की. इसके लिए उन्हें भारत ने कई बार करारा जवाब भी दिया है.
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नई दिल्ली: भारत यूं तो अपने शांत स्वभाव और भाईचारे के लिए जाना जाता है. हमारा देश कभी भी 'अटैक' पर नहीं, बल्कि 'डिफेंस' पर भरोसा करता है. लेकिन हमारे पड़ोसी मुल्क समेत कई मुल्कों ने इसका फायदा उठाने की कोशिश की. इसके लिए उन्हें भारत ने कई बार करारा जवाब भी दिया है. 1971 में भारत-पाक युद्ध, 1999 की कारगिल जंग इसके उदाहरण हैं. ऐसा ही कुछ 2 साल पहले भी हुआ था, जब पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में छिपे आतंकवादियों को भारत ने सबक सिखाया था. 26 फरवरी 2019 को बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान पूरी तरह कांप गया था.
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पुलवामा हमले का लिया गया था बदला
1971 की लड़ाई के बाद यह पहली बार था जब भारत ने हवाई हमला किया. बालाकोट में एयर स्ट्राइक कर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविर को ध्वस्त कर दिया गया था. इस हवाई हमले से पाकिस्तान थर्रा गया था. भारत की तरफ से किए गए इस एयर स्ट्राइक को आज 2 साल पूरे हो गए हैं. आपको याद हो 14 फरवरी 2019 को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों ने दुस्साहस दिखाते हुए हमला किया था, जिसमें हमारे 40 जवानों ने शहादत दी थी. भारत ने बालाकोट एयर स्ट्राइक कर इसी बदला लिया था.
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26 फरवरी की रात 3.30 बजे हुआ था 250 से ज्यादा आतंकियों का खात्मा
पुलवामा में 40 वीर जवानों को खोने के बाद देश की सरकार, सेना, यहां तक की आम जनता में भी आक्रोश था. इसके ठीक 12 दिन बाद 26 फरवरी 2019 के तड़के 3.30 बजे भारत वायुसेना के 12 मिराज 2000 फाइटर प्लेन LOC के पार, पाकिस्तान के इलाके में पहुंचे. पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी शिविर था, जिसे हमारे जवानों ने ध्वस्त कर दिया. इसके साथ ही एयर फोर्स ने सुखोई एसयू-30 का भी प्रयोग किया था. बताया जाता है कि इस हमले में 250 से ज्यादा आतंकवादी ढेर हो गए थे. उरी सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयर स्ट्राइक से दुश्मनों को यह बात तो समझ आ गई थी कि भारत पर हुए हर हमले का अब करारा जवाब मिलेगा.
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स्ट्राइक को नाम दिया गया था 'ऑपरेशन बंदर'
पुलवामा हमले के बाद सरकार ने साफ कहा था कि शहादत का बदला लिया जाएगा. इसलिए ठीक 12 दिन बाद, एक रात को भारत के 12 मिराज-2000 को बदला लेने के लिए रवाना कर दिया गया. भारतीय फाइटर प्लेन ने देखते ही देखते आसमान से बम बरसाए और बालाकोट में स्थित जैश के शिविर को जड़ से खत्म कर दिया. स्ट्राइक का यह सीक्रेट बना रहे इसलिए, इसे कोडनेम दिया गया था 'ऑपरेशन बंदर'.
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'बंदर मारा गया'
हमले के बाद करीब 3.45 पर भारतीय सेना के प्रमुख बीएस धनोवा ने भारत के सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को फोन कर बताया कि 'बंदर मारा गया'. इसका मतलब था कि इंडियन एयरफोर्स ने एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान में बने जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंप को पूरी तरह खत्म कर दिया और सैकड़ों आतंवादी ढेर कर दिए गए.
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