Agra-Lucknow Expressway: उत्तर प्रदेश के लखनऊ- आगरा एक्सप्रेस- वे पर 6 और 7 अप्रैल को लड़ाकू विमान सुखोई- जगुआर उड़ान भरने वाले हैं. इस एक्सप्रेस- वे पर यह पहली बार नहीं तीसरी बार होने जा रहा है. इसको लेकर 1 अप्रैल से लखनऊ- आगरा एक्सप्रेस- वे ट्रैफिक डावर्जन कर दिया गया है....
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Agra-Lucknow Expressway: उत्तर प्रदेश के लखनऊ- आगरा एक्सप्रेस- वे पर एक बार फिर से सुखोई- जगुआर उड़ान भरते हुए नजर आएंगे. लखनऊ- आगरा एक्सप्रेस- वे पर पड़ने वाले उन्नाव के खंभौल गांव के पास बनी हवाई पट्टी पर 6 साल बाद एक बार फिर से लड़ाकू विमान उतरने वाले हैं. 6 और 7 अप्रैल को तीन घंटे के लिए इस हवाई पट्टी पर लैंडिंग परीक्षण किया जाएगा. उत्तर प्रदेश प्रशासन और पुलिस विभाग इसकी तैयारियों को लेकर जुटा हुआ है. लड़ाकू विमानों के इस रिहर्सल कार्यक्रम के लिए इस रुट पर ट्रैफिक डायवर्जन किया गया है. 1 अप्रैल से यह ट्रैफिक डायवर्जन लागू हो जाएगा. पुलिस विभाग और प्रशासन का कहना है कि इस कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा के भी सभी इंतजाम कर लिए गए हैं.
खबर विस्तार से-
आगरा- लखनऊ एक्सप्रेस- वे देश का पहला सबसे लंबा एक्सप्रेस- वे है. इसकी कुल लंबाई 302 किमी है. एयरफोर्स के अधिकारियों आगरा लखनऊ एक्सप्रेस- वे के बांगरमऊ क्षेत्र स्थित हवाई पट्टी पर ने 1 अप्रैल से 10 अप्रैल तक हवाई पट्टी के साढ़े तीन किलोमीटर क्षेत्र को रिजर्व करने का नोटिफिकेशन उन्नाव के अफसरों को भेजा है. पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि 6 और 7 अप्रैल को किसी भी वाहन को एक्सप्रेस-वे पर बांगरमऊ सीमा में नहीं जाने दिया जाएगा. इस कार्यक्रम के मद्देनजर 1 से 10 अप्रैल तक आगरा से लखनऊ और लखनऊ से आगरा जाने वाले भारी व हल्के वाहनों को डायवर्ट कर सर्विस लेन से निकाला जाएगा. सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए हवाई पट्टी क्षेत्र को पूरी तरह से ब्लाक रखा जाएगा. वहीं यूपीडा को टोल प्लाजा पर अनाउंसमेंट के जरिए वाहन चालकों को लड़ाकू विमानों के रिहर्सल की जानकारी देकर दूसरा मार्ग चुनने के लिए कहने को बोला गया है.
कब हुआ था इस एक्सप्रेस- वे का उद्घाटन
21 नवंबर, 2016 को तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आगरा- लखनऊ एक्सप्रेस- वे का शुभारंभ किया था.इस एक्सप्रेस- वे पर बांगरमऊ, उन्नाव में साढ़े तीन किमी लंबी हवाई पट्टी बनी है. भारतीय वायु सेना ने छह लड़ाकू विमानों के एक समूह को उतारा था. इसमें सुखोई-30 एमके, मिराज-2000 शामिल थे. 6 और 7 अप्रैल को लड़ाकू विमान इस एक्सप्रेस- वे पर पहली बार नहीं उतरेंगे. यह तीसरी बार होने जा रहा है.