गोरखपुर के जिला पंचायत चुनाव मतगणना में प्रत्याशी का आरोप था कि काउंटिंग में धांधली हुई है. उसका कहना है कि हारे हुए प्रत्याशियों को प्रशासन ने जीत का सर्टिफिकेट दिया है, जिसको लेकर प्रत्याशी और उनके समर्थक ब्लॉक पर धरने पर बैठ गए.
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गोरखपुर: उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव (UP Panchayat Chunav 2021) के परिणाम 2 मई से घोषित होना शुरू हुए थे और कई ब्लॉक में काउंटिंग 4 मई तक चली. इस बीच कइयों ने कुर्सी जीत कर जश्न मनाया तो जाहिर है कइयों को हार का सामना करना पड़ा. लेकिन कई मामले ऐसे भी देखने को मिले जहां हारे हुए प्रत्याशी और उनके समर्थकों ने काउंटिंग सेंटर के सामने या कोतवाली के पास जमकर बवाल काटा. हारे हुए प्रत्याशियों ने आरोप लगाया कि मतगणना में धांधली हुई है. इसको लेकर गोरखपुर से भी एक खबर सामने आई है. यहां पर एक पक्ष के समर्थकों ने गुस्से में पुलिस चौकी और गाड़ियां ही फूंक दीं. ऐसे में मौके पर कई थानों की पुलिस और आलाधिकारी पहुंचे. पुलिस ने मिलकर भीड़ को हटाया और उपद्रव करने वाले लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
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उपद्रवियों ने यूं मचाया बवाल
गोरखपुर के जिला पंचायत चुनाव मतगणना में प्रत्याशी का आरोप है कि काउंटिंग में धांधली हुई है. उसका कहना है कि हारे हुए प्रत्याशियों को प्रशासन ने जीत का सर्टिफिकेट दिया है, जिसको लेकर प्रत्याशी और उनके समर्थक ब्लॉक पर धरने पर बैठ गए. इतना ही नहीं, उन्होंने चक्का जाम भी कर दिया.इसके अलावा, उपद्रवियों ने थाना क्षेत्र की नई बाजार चौकी को भी आग के हवाले कर दिया. वे यहीं नहीं रुके, बल्कि चौकी पर खड़ी पीएससी की गाड़ी और थाने पर खड़ी बाइक को भी जला दिया.
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3750 वोटों से जीतने का कर रहे हैं दावा
आपको बता दें, गोरखपुर के गगहा थाना क्षेत्र के ब्रह्मपुर ब्लॉक मैं वॉर्ड नंबर 60 से चुनाव लड़ रहे रवि निषाद ने जीत के बावजूद उनके प्रतिद्वंद्वी रामगोपाल यादव और और रमेश उर्फ गब्बर यादव को जीत का सर्टिफिकेट देने का आरोप लगाया है. वॉर्ड नंबर 60 से बसपा के समर्थन से चुनाव लड़े रवि निषाद का आरोप है कि उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी रामगोपाल यादव को 3750 वोटों से हराया था. लेकिन रामगोपाल यादव को विजयी घोषित कर दिया गया. यही वजह है कि रवि निषाद के समर्थकों ने ब्लॉक पर काफी बवाल काटा.
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वॉर्ड 61 के प्रत्याशी ने भी लगाया आरोप
वहीं, रवि निषाद के भाई नंदकिशोर ने बताया कि रवि चुनाव जीत चुका था. इसके बावजूद उसे हराया गया है. उसके समर्थकों का भी यही कहना है. इसी तरह वॉर्ड नंबर 61 से चुनाव लड़ने वाले देवी निषाद और उसके समर्थकों का आरोप है कि 235 वोट से जीतने के बावजूद गब्बर यादव को जीत का सर्टिफिकेट दे दिया गया.
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दमकल ने पाया आग पर काबू
इसके बाद से ही इन दोनों प्रत्याशियों के समर्थकों ने ब्रह्मपुर ब्लॉक और नई बाजार कोतवाली इलाके में धरना प्रदर्शन कर चक्का जाम किया. इसके बाद, गुस्साई भीड़ ने बीती शाम चौकी पर पहुंचकर तोड़फोड़ की और चौकी को आग के हवाले कर दिया. साथ ही गाड़ियां भी फूंक दीं. मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया. गोरखपुर के एसएसपी कई थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए. इसके बाद फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया.
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RO की गलती आई सामने
बवाल के बाद जिला प्रशासन ने नए सिरे से चुनाव परिणाम की जांच कराई है. जो मामला सामने आया, उससे पूरा परिणाम ही उलट गया है. जांच में प्रथम दृष्टया ब्रह्मपुर आरओ की गलती सामने आई है, जिसके बाद प्रशासन ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है. बताया जा रहा है कि वोटों में फेरबदल कर हारे हुए प्रत्याशी को विजयी घोषित किया गया था. ऐसा ही मामला गोरखपुर के वॉर्ड नंबर 45 से भी सामने आया है. वहां भी चुनाव परिणाम बदलना पड़ा. वॉर्ड संख्या 45 में लिपिक की गलती से गलत रिजल्ट आया था. गोरखपुर के जिलाधिकारी विजयेंद्र पांडियन के निर्देश पर आरो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया है. साथ ही, आगे की कार्रवाई के लिए मामला चुनाव आयोग को भेजा जा रहा है.
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