Trending Photos
लखनऊ : बुलंदशहर गैंगरेप के मुख्य आरोपी सलीम बावरिया की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इस बात का खुलासा किया है कि गिरोह ने किस तरह इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया।
गैंगरेप की घटना के बाद मुख्य आरोपी सलीम बावरिया फरार चल रहा था। उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स ने सोमवार को मेरठ से सलीम और उसके दो अन्य साथियों को गिरफ्तार किया।
मरेठ जोन के आईजी सुजीत कुमार पांडे ने मंगलवार को मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा, 'एक सप्ताह तक पीछा करने के बाद हमने मामले के मुख्य आरोपी सलीम और उसके दो अन्य साथियों को कल गिरफ्तार कर लिया। मामले में हमने अब तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि एक आरोपी अभी भी फरार है।'
गैंगरेप के बारे में जानकारी देते हुए पांडे ने कहा, 'इस अपराध की साजिश मेरठ के किथोरे इलाके में रची गई। अपराध करने से पहले बावरिया गिरोह के इन आरोपियों ने शराब पी थी।' आईजी ने कहा कि आरोपियों के पास से देसी पिस्टल सहित बड़ी मात्रा में हथियार और पीड़ितों के आभूषण जब्त किए गए।
आईजी ने बताया कि आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस की 18 टीमें बनाई गई थीं। पांडे ने बताया कि अपराध करने के बाद आरोपी अलग-अलग जगहों पर चले गए थे। इनमें से दो आरोपी बिहार और झारखंड भाग गए थे। आईजी के अनुसार पीड़ितों ने सभी आरोपियों को पहचान लिया है।
गौरतलब है कि 31 जुलाई की रात बुलंदशहर पास एनएच-9 पर बावरियो गिरोह ने 35 साल की एक महिला और 13 साल की उसकी बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार किया। आरोपियों ने महिला के परिवार को बंधक बनाकर इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। नोएडा का रहने वाला परिवार बुलंदशहर में एक अंत्येष्टि में शामिल होने जा रहा था। बावरिया गिरोह ने इस परिवार को रोक लिया। गिरोह ने पहले परिवार के साथ लूटपाट की और उन्हें पीटा। आरोपियों ने परिवार के पुरुष सदस्यों को बांध दिया और इसके बाद महिला और उसकी बेटी के साथ तीन घंटे तक सामूहिक बलात्कार किया।