Sawan 2024: कांवर यात्रा पर क्यूआर कोड से मिलेगी पूरी जानकारी, साज सजावट से लेकर मंदिर परिसर पर रहेगी ड्रोन से नजर
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Sawan 2024: कांवर यात्रा पर क्यूआर कोड से मिलेगी पूरी जानकारी, साज सजावट से लेकर मंदिर परिसर पर रहेगी ड्रोन से नजर

सावन को लेकर शिव मंदिरों में जोरो-शोरों से तैयारियां चल रही है. हर एक व्यवस्था पर नजर बनी हुई है साथ ही ट्रैफिक मैनेजमेंट का भी प्लान तैयार कर लिया गया है. 

shiva temple

sawan 2024 : हरिद्वार में शुरू होने जा रही कावड़ यात्रा में कावड़ियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन कई व्यवस्थाएं कर रहा है. इस बार कांवड़ियों को वाहन पार्किंग, गंगा घाट और ट्रैफिक रूट ढूंढने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. इसके लिए पुलिस की ओर से QR कोड तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. कावड़ यात्रा रूट पर जगह-जगह पर QR कोड लगाए जाएंगे. जिससे लोग अपने स्मार्टफोन से कोड स्कैन करके पार्किंग और गंगा घाटों के बारे में जानकारी ले सकेंगे. हरिद्वार के अलावा पश्चिमी यूपी, दिल्ली और हरियाणा के कई जिलों में पुलिस टीम जाकर QR कोड में पैंपलेट बांट रही है. ताकि यात्रा शुरू करने से पहले कांवड़ियों को सभी जरूरी जानकारी मिल जाए. इसी के साथ सावन में कांवड़ यात्रा को लेकर एटा में शिव मंदिरों में तैयारियां जोरो-शोरों से शुरू हो गई हैं. सजावट से लेकर भीड़ कंट्रोल की व्यवस्था तक सब पर नजर रखी जा रही है. विशेष रूप से साफ-सफाई भी की जा रही है. 

22 जुलाई से सावन शुरू हो रहे हैं. ऐसे में एटा में शिव मंदिरों में तैयारियां होने लगी है, यहां साफ-सफाई के साथ- साथा बिजली की व्यवस्थाओं पर भी ध्यान दिया जा रहा है. सावन को लेकर कैलाश मंदिर सहित शिव मंदिर परसौन, इच्छेश्वर महादेव मंदिर जलेसर के साथ-साथ बाकि मंदिरों में भी तैयारियां की जा रही हैं. 

क्यों होता है खास महत्व 
सावन में कांवड़ यात्रा का विशेष महत्व होता है. शहर के अलग-अलग मुख्य मंदिरों में मेले जैसा माहौल रहता है. भगवान महादेव के भक्त हरिद्वार, गोमुख और गंगोत्री से जल लेकर आते हैं. वहीं शहर के अलग-अलग जगहों पर भी शिविर लगाने की तैयारियां चल रही हैं. कांवडियों की सेवा के लिए हर साल जिले में शिविर लगाए जाते हैं. 

सनातन धर्म के पुजारी ने बताया कि सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई को है और इसी दिन से सावन मास आरंभ हो जाएगा. सावन महीने की आरंभ 22 जुलाई दिन सोमवार से और समापन 19 अगस्त दिन सोमवार को ही होगा. इस बार सावन में पांच सावन सोमवार का व्रत किया जाएगा. 

शिवालयों में तैयारियां जारी
पहले ही सोमवार से शहर के शिवालयों में भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक, महामृत्यंजय मंत्र का जाप शुरू हो जाएगा. इसी को लेकर प्रदेश के सभी शिवालयों में तैयारियां तेजी से चल रही हैं. हर मंदिर में भगवान शिव की विशेष स्तुति और शिव महापुराण कथा भी चलेगी तो वहीं हर सोमवार को विशेष आरती और कीर्तन भी होंगे.

प्रयागराज के मंदिरों में निगरानी
सावन की शुरुआत के साथ ही सड़कों पर कांवड़ियों की भीड़ भी नजर आने लगेगी. इसको मद्देनजर रखते हुए प्रदेश में हर जगह व्यवस्थाओं को लेकर तैयारियां की जा रही हैं. ऐसे में संगम, दशाश्वमेध घाट, रामघाट, मनकामेश्वर मंदिर, फाफामऊ घाट, श्रृंगवेरपुर घाट, अरैल घाट, सोमेश्वर घाट, डिंगुरपुर घाट, पड़िला महादेव मंदिर पर निगरानी के लिए वाच टावर बनाए जाएंगे. यहां ड्रोन से निगरानी भी होगी और सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जा रहे हैं.

रेड कार्पेट पर होगा स्वागत
सावन महीने को लेकर बाबा विश्वनाथ के दरबार में खास तैयारियां जारी हैं . शिवभक्तों पर फूल वर्षा के साथ बाबा धाम में रेड कार्पेट पर उनका स्वागत होगा. इसके अलावा शिवभक्तों के लिए पेयजल और जूस की व्यवस्था भी मंदिर प्रशासन करेगा. इसके लिए धाम में तैयारियां जोरों पर चल रही हैं.

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