बीमारी या बहाना: मोहाली कोर्ट में व्हील चेयर पर आया था मुख्तार, यूपी पहुंचते ही पैरों पर लगा चलने
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बीमारी या बहाना: मोहाली कोर्ट में व्हील चेयर पर आया था मुख्तार, यूपी पहुंचते ही पैरों पर लगा चलने

मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari News) जैसे ही बांदा जेल ( Banda Jail) पहुंचा तो अपने पैरों पर चलने लगा. तन्हाई बैरक (Barack number 16) के अंदर खुद ही चलकर गया. 

मुख्तार अंसारी (File Photo)

बांदा: बांदा पहुंचते ही मुंख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की सारी चालबाजी खत्म हो गई. यूपी जाते ही वह अपने पैरों पर आ गया. इससे पहले मोहाली कोर्ट में वह व्हील चेयर पर पहुंचा था. जानकारी के मुताबिक रोपड़ जेल में यूपी पुलिस (UP Police) ने हैंडओवर लिया तब भी मुख्तार अंसारी व्हील चेयर पर था. 14 घंटे के सफर बाद वह जब जेल पहुंचा तो उसका ब्लड प्रेशर (Mukhtar Ansari BP) बढ़ गया था. उसका चेकअप कराया गया. उसकी कोरोना जांच भी हुई है. 

अब जो जानकारी सूत्रों के हवाले से मिल रही है. उसके मुताबिक मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari News) जैसे ही बांदा जेल ( Banda Jail) पहुंचा तो अपने पैरों पर चलने लगा. तन्हाई बैरक (Barack number 16) के अंदर खुद ही चलकर गया. उसे बांदा जेल की तन्हाई बैरक में रखा गया है. इस बैरक का नाम इसलिए लिए दिया गया कि इसके आसपास दूसरी बैरक नहीं हैं. मुख्तार की बैरक पूरी तरह सूनी है. इस बैरक को दो छोटी बैरकों को जोड़कर बनाया गया है. इसके आसपास की बैरक में भी कोई कैदी नहीं होगा.

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नहीं पी सुबह की चाय
सुबह 4:35 बजे बांदा जेल पहुंचने के बाद मुख्तार एम्बुलेंस उतरा और जेल अधिकारियों से कहा कि वह काफी थक गया है, सोना चाहता है. इसके बाद सीधे उसे बैरक नंबर 16 में बंद कर दिया गया. वह आराम करता रहा. सुबह चाय के लिए जेल अधिकारियों ने पूछा, लेकिन थकान की वजह से मख्तार ने चाय पीने से मना कर दिया. 

15 नंबर बैरक से खास नाता
इससे पहले मुख्तार (Mukhtar Ansari Update News) को बांदा जेल की 15 नंबर की बैरक में रखा गया था. उस बैरक में पहले एसी और ऐशोआराम की सभी सुविधाएं मुख्तार को मिलती थीं. मुख्तार के जेल जाते ही उसका परिवार भी बांदा जेल के पास ही रहने लगा था. मुख्तार जेल का खाना नहीं खाता, उसके लिए उसका परिवार खाना लेकर आता था. रोपड़ जेल में भी मुख्तार को वीवीआईपी की तरह ट्रीटमेंट मिलता था. वहां भी वह ठाठ से रहता था.

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सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे से रखी जा रही नजर
पहले तो मुख्तार को सामान्य बैरक में रखा गया था, लेकिन बाद में उसे जेल के अंदर बैरक नंबर-15 (Barrack Number 15) में शिफ्ट किया गया. फिर अचानक से उसे बैरक नंबर 16 में शिफ्ट कर दिया गया. बांदा जेल में पहली बार ड्रोन कैमरे (Drone Camera in Banda Jail) से निगरानी रखे जाने की बात सामने आ रही है. कहा जा रहा है कि बैरक नबंर-16 को पूरी तरह सीसीटीवी कैमरे (CCTV) से कवर किया गया है. कैमरों के जरिए मुख्तार पर पूरी तरह नजर रखी जाएगी .

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आम कैदी की तरह रखा जाएगा मुख्तार को- जेल मंत्री
मुख्तार अंसारी की सुरक्षा पर यूपी के जेल मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा कि सीसीटीवी निगरानी के साथ जेल मैनुअल का ध्यान रखा जा रहा है, अंसारी को सुरक्षा के कारण अन्य कैदियों से अलग बैरक नंबर 16 में रखा गया है, उसके लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं है, उसे एक आम कैदी के रूप में रखा गया है. 

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