UP Politics: समाजवादी पार्टी की सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोक दल के विधायकों ने जब सीएम योगी से उनके आवास पर मुलाकात की... तो यूपी में सियासत और तेज हो गई... ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या रालोद प्रमुख जयंत चौधरी NDA का हिस्सा बनेंगे?
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Lucknow: 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले देश भर की राजनीति में हालात गर्मी लगातार उफान पर हैं. यूपी की राजनीति में कई समीकरण बनते और बिगड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं. इसी बीच राष्ट्रीय लोकदल के विधायकों ने बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की. कहा जा रहा है कि राज्यसभा में दिल्ली बिल पर हुई वोटिंग में पहले रालोद प्रमुख जयंत चौधरी गायब रहे. और अब विधायक सामूहिक रूप से सीएम योगी से मिले. इस घटनाक्रम के सियासी मतलब निकाले जा रहे हैं. ऐसा पहली बार हुआ है जब रालोद विधायक एक साथ सीएम योगी से मिले हैं. वहीं रालोद चीफ जयंत चौधरी ने सीएम योगी से मुलाकात के बार में कहा कि सीएम के साथ जनता के मुद्दों को लेकर हुई. हम एनडीए में नहीं जा रहे हैं. जयंत चौधरी ने कहा है कि हम इंडिया में हैं. सीएम से मुलाकात तो कोई भी कर सकता है.
रालोद की बढ़ रही बीजेपी से नजदीकियां
यूपी में पिछले कई महीनों से कई समीकरण बनते और बिगड़ते दिखाई दे रहे हैं. हालिया सियासी हलचलों की बात करें तो जयंत चौधरी की पार्टी आरएलडी समाजवादी पार्टी के साथ है. सियासी गलियारों है कि पिछले कुछ दिनों से जयंत चौधरी की अंदरखाने से भाजपा के साथ काफी नजदीकियां बढ़ी हैं. पश्चिमी यूपी में जाट समाज का बड़ा होल्ड है. अब तक बीजेपी के मुताबिक उनके साथ जाट समाज नही आ रहा है. भूपेंद्र चौधरी,संजीव बालियान बीजेपी के लिए जाट समाज को लामबंद नहीं कर पा रहे.
जाट वोट पर बीजेपी की है नजर
भाजपा और राष्ट्रीय लोकदल के बीच गठबंधन पर बात अंतिम दौर में जारी है. राष्ट्रीय लोकदल NDA में शामिल हो सकती है. केंद्र व राज्य सरकार के विस्तार में रालोद को जगह दी जा सकती है. यानी रालोद योगी कैबिनेट में शामिल हो सकती है . अगस्त के लास्ट में कैबिनेट का विस्तार हो सकता है. खबरों के मुताबिक सपा से 12 सीटों पर बात नहीं बन पा रही है. अगर रालोद बीजेपी के साथ आई तो फायदा होगा क्योंकि जाट वोटों का बड़ा गढ़ माना जाता है रालोद.
बीजेपी को rld से है बड़ा फायदा
हालांकि रालोद विधायकों का कहना है कि सीएम से मुलाकात के दौरान क्षेत्र की समस्याओं पर चर्चा हुई है. इसे राजनैतिक रूप नहीं देने चाहिए. रालोद विधायकों का कहना है कि वे प्रदेश में बाढ़ से हुए नुकसान का मुआवजा देने, गन्ना मूल्य में वृद्धि करने, किसानों को फ्री बिजली, बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान करने देने जैसे मामलों पर सीएम से मिले थे.
राजनैतिक गलियारों में चर्चा है कि बीजेपी से बढ़ती हुए नजदीकियों के कारण ही जयंत चौधरी ने राज्यसभा में दिल्ली सर्विस बिल पर हुई वोटिंग में भाग नहीं लिया था. कल यानी बुधवार को आरएलडी के विधायकों ने सीएम योगी से लखनऊ में मुलाकात की थी. जिसके चलते जयंत के विधायकों की मुलाकात पर राजनैतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार काफी गर्म है.
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