Laddu Gopal Shringar Parlour: मुजफ्फनगर में कान्हा श्रृंगार केंद्र यानी ब्यूटी पार्लर है, जहां श्रद्धालु अपने लड्डू गोपाल की साज-सज्जा और उनके तैयार करने के लिए यहां लेकर आते हैं.
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Laddu Gopal Shringar Parlour: मुजफ्फरनगर: जन्माष्टमी के पर्व (Janmashtami 2022) पर भगवान श्रीकृष्ण के बाल्य रूप लड्डू गोपाल (Laddu Gopal) की पूजा की जाती है. ऐसे में लड्डू गोपाल के शृंगार का एक विशेष महत्व होता है. आज के दिन लोग अपने घरों में और मंदिरों में लड्डू गोपाल का शृंगार कर उनका जन्मोत्सव मनाते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि कान्हा के शृंगार के लिए मुजफ्फरनगर में एक पार्लर है. यह पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एकलौते लड्डू गोपाल का शृंगार पार्लर (Laddu Gopal Shringar Parlour) है. ऐसे में इस बार हजारों लड्डू गोपाल को तैयार किया गया है.
कहां है यह शृंगार पार्लर?
यह शृंगार पार्लर मुजफ्फरनगर जिले की गांधी कॉलोनी में स्थित है. इस पार्लर को शेफाली वर्मा पिछले 6 सालों से चला रही हैं. इस पार्लर में देश के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ विदेशों से भी लड्डू गोपाल जी का श्रृंगार कराने के लिए लाया जाता है. दूरदराज के राज्यों से लोग कोरियर के माध्यम से लड्डू गोपाल जी को यहां पर सजने संवरने के लिए भेजते हैं. जिनको इस पार्लर में तैयार कर कोरियर के माध्यम से ही वापस भेज दिया जाता है.
विदेशों से भी आते हैं लड्डू गोपाल
शेफाली ने बताया पार्लर में लोग लड्डू गोपाल जी को तैयार कराने के लिए ही आते हैं. यहां मां दुर्गा, भगवान शिव समेत सभी भगवानों के मूर्ति स्वरूप का शृंगार होता है. उन्होंने दावा किया कि यह पश्चिमी उत्तर प्रदेश का इकलौता पार्लर है. इस बार उनके पार्लर में बैंगलोर, अयोध्या, लखनऊ के अलावा विदेशों से भी लड्डू गोपाल आए थे. वहीं, लास्ट टाइम न्यूजीलैंड और दुबई से भी लड्डू गोपाल आए थे, जिन्हें तैयार कर वापस भेजा गया था.
एक लड्डू गोपाल को तैयार करने में लगते हैं इतने दिन
शेफाली ने बताया कि एक लड्डू गोपाल को तैयार करने में 2 से 3 दिन लग जाते हैं. छोटे-छोटे पार्ट में उनको तैयार किया जाता है. इनका प्राइस नहीं न्यौछावर होती है. भक्त अपनी श्रद्धा के हिसाब से न्यौछावर करते हैं. इस जन्माष्टमी पर लगभग 2000 बाल गोपाल तैयार किए गए हैं. पार्लर शुरू होने से लेकर अब तक यह संख्या पांच हजार पहुंच चुकी है. इस बार बाहर से लोग ज्यादा आए हैं. कान्हा को तैयार करने के बाद उन्हें एक डिब्बे में अच्छे से पैक करते हैं, जिसमें उनका खाना भी रखा जाता है. इसके बाद कोरियर के माध्यम से पते पर भेजा दिया जाता है.
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