भले ही खत्म हो जाए Lockdown लेकिन फिर भी पहनना होगा मास्क, पढ़ें क्यों?
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भले ही खत्म हो जाए Lockdown लेकिन फिर भी पहनना होगा मास्क, पढ़ें क्यों?

बिना मास्क पहले घर के बाहर निकलने की बिल्कुल अनुमित नहीं होगी.

(प्रतीकात्मक तस्वीर )

लखनऊः उत्तर प्रदेश (UTTAR PRADESH) सरकार ने तय किया है कि लॉकडाउन (lockdown) खत्म होने के बाद भी लोगों को मास्क (Mask) पहनना होगा. बिना मास्क पहले घर के बाहर निकलने की बिल्कुल अनुमित नहीं होगी. इसके लिए यूपी सरकार 66 करोड़ खादी के ट्रिपल लेयर स्पेशल मास्क बनवाएगी. यह मास्क गरीबों को फ्री में मिलेगा जबकि अन्य लोगों को बेहद कम दाम में उपलब्ध होगा.  यूपी के हर नागरिक को 2 मास्क दिए जाएंगे और एपेडिमिक एक्ट के तहत सभी के लिए मास्क पहनना जरूरी होगा. 

इससे पहले शनिवार को प्रदेश सरकार ने विश्वव्यापी महामारी कोविड-19 के मद्देनजर 'उत्तर प्रदेश कोविड केयर फंड' बनाने का निर्णय लिया है. इसके माध्यम से राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को व्‍यापक स्तर पर सुदृढ़ करने का कार्य किया जाएगा. 

बता दें उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 234 तक पहुंच गई है. सबसे ज्यादा 58 संक्रमित गौतमबुद्ध नगर में और 44 आगरा में पाए गए हैं. संक्रामक रोग विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ विकासेंदु अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में अब तक 234 मामले सामने आए हैं. इनमें सबसे अधिक गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) में 58, आगरा में 44, मेरठ में 25, गजियाबाद में 14, सहारनपुर में 13, कानपुर में 7, शामली और महराजगंज में 6-6, बरेली में भी 6 संक्रमित पाए गए हैं. अब तक प्रदेश के कुल 28 जनपद इस संक्रमण से प्रभावित हो गए हैं.

प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में अब तक 234 मामले सामने आए हैं. 94 मामले तबलीगी जमात के लोगों से जुड़े हुए हैं. अब तक प्रदेश के कुल 28 जनपद इस संक्रमण से प्रभावित हो गए हैं. विदेशों से आए 57 हजार 963 लोग निगरानी में हैं. इनमें से 41 हजार 506 लोग अपना 28 दिन की निगरानी का समय पूरा कर चुके हैं. इसके साथ ही 'फैसिलिटी क्वारंटाइन' में लोगों की संख्या दिनोदिन बढ़ रही है, क्योंकि सर्विलांस के बाद कंटेनमेंट की बहुत ही आक्रामक रणनीति स्ट्रैटजी अपनाई जा रही है.

उन्होंने बताया कि कई जनपदों में पिछले दो-तीन दिनों में संक्रमण बढ़ा है. इसलिए जरूरी है कि संक्रमित व्यक्ति के जो भी निकट संपर्क में हैं या जिनसे उनका निकट संपर्क हुआ है, उन सबको फैसिलिटी क्वारंटाइन में लाया जा रहा है. उनकी टेस्टिंग करवाई जा रही है, ताकि समुदाय में संक्रमण और न बढ़े. इसके साथ ही हैंडवाशिंग व सोशल डिस्टेंसिंग प्रोटोकॉल का पालन जरूरी है. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग ने 50 निजी चिकित्सालयों को भी चिन्हित कर लिया है, जिन्हें कोविड अस्पताल में बदला जा रहा है.

बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस  (Coronavirus) के संक्रमण पर रोकथाम के लिये 25 मार्च से 21 दिनों के लॉकडाउन (बंद) की घोषणा की है. लॉकडाउन 14 अप्रैल को समाप्त हो सकता है.

 

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