PAK हाई कमीशन के कर्मचारी ने महिला को गलत तरीके से छुआ, कहा-भीड़ की वजह से गलती हुई
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PAK हाई कमीशन के कर्मचारी ने महिला को गलत तरीके से छुआ, कहा-भीड़ की वजह से गलती हुई

कर्मचारी का कहना है कि बाजार में भारी भीड़ होने की वजह से गलती से उसका हाथ महिला को स्पर्श कर गया था.

नई दिल्‍ली स्थित पाकिस्‍तान उच्‍चायोग.(फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्‍ली: पाकिस्तान उच्चायोग के एक कर्मचारी को, एक महिला को कथित तौर पर गलत तरीके से छूने के आरोप में पुलिस थाने लाया गया था. पुलिस ने सोमवार को इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि महिला और पाक उच्चायोग के कर्मचारी को रविवार को सरोजिनी नगर थाने लाया गया था. महिला के मुताबिक, कर्मचारी ने उसे बाजार में गलत तरीके से छुआ था.

हालांकि कर्मचारी ने महिला के आरोपों को खारिज किया है. कर्मचारी का कहना है कि बाजार में भारी भीड़ होने की वजह से गलती से उसका हाथ महिला को स्पर्श कर गया था. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि कर्मचारी ने महिला से माफी मांगी जिसके बाद मामला सुलझ गया है. पुलिस ने कर्मचारी को हिरासत में लिये जाने की खबरों को नकार दिया है.

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इस बीच सीमापार पाकिस्तान से बड़ी खबर आ रही है कि वहां के चीफ जस्टिस ने पिछले दिनों कहा कि सुप्रीम कोर्ट पाकिस्तानी टीवी चैनलों पर भारतीय कार्यक्रम दिखाने की अनुमति नहीं देगा क्योंकि यह ‘‘हमारी संस्कृति को नुकसान पहुंचाते हैं.’’

"डॉन" की खबर के अनुसार चीफ जस्टिस निसार ने पाकिस्तान के टीवी चैनलों पर भारतीय कार्यक्रमों के प्रसारण पर पाबंदी के हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ पाकिस्तान इलेक्ट्रानिक मीडिया नियामक प्राधिकरण (पेमरा) की अपील पर सुनवाई करते वक्त ये टिप्पणियां कीं. अखबार के अनुसार, प्राधिकरण के प्रमुख सलीम बेग ने अदालत से कहा कि ‘फिल्माजिया चैनल’ पर दिखाए जाने वाले 65 प्रतिशत कार्यक्रम विदेशी हैं और कई बार यह आंकड़ा 80 प्रतिशत तक चला जाता है.

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इस पर, प्रधान न्यायाधीश ने कहा, ‘‘हम (पाकिस्तानी) चैनलों पर भारतीय कार्यक्रमों के प्रसारण की अनुमति नहीं देंगे.’’ प्राधिकरण के वकील ने प्रधान न्यायाधीश से कहा, ‘‘फिल्माजिया कोई समाचार चैनल नहीं बल्कि मनोरंजन चैनल है, यह कोई दुष्प्रचार नहीं करता है.’’ प्रधान न्यायाधीश ने जवाब दिया, ‘‘हालांकि यह हमारी संस्कृति को नुकसान पहुंचा रहा है.’’

मामले के सभी पहलुओं पर विचार करते हुए प्रधान न्यायाधीश ने इस केस की सुनवाई को फरवरी तक के लिए टाल दिया है. न्यायाधीश की इस टिप्पणी के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि पाकिस्तान में जल्द ही भारतीय चैनलों पर बैन लग सकता है.

(इनपुट: एजेंसी भाषा से)

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