येदियुरप्पा ने दी सफाई, 'एयर स्ट्राइक का चुनावी फायदा उठाने का सवाल ही नहीं उठता'
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येदियुरप्पा ने दी सफाई, 'एयर स्ट्राइक का चुनावी फायदा उठाने का सवाल ही नहीं उठता'

येदियुरप्पा ने बुधवार को कथित रूप से कहा था कि पाकिस्तान में आतंकवादी शिविरों पर भारत के हवाई हमले से पार्टी को कर्नाटक में 28 लोकसभा सीटों में से 22 जीतने में मदद मिलेगी. 

येदियुरप्पा ने कहा, 'मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया...

बेंगलुरु: पाकिस्तान में आतंकवादी शिविरों पर भारत के हवाई हमले को लोकसभा चुनाव में बीजेपी की संभावनाओं से जोड़ने पर आलोचनाओं से घिर गए पार्टी की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने गुरुवार को कहा कि चुनावी फायदा उठाने का सवाल ही पैदा नहीं होता और उनके लिए राष्ट्र पहले आता है. भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बिगड़ती स्थिति के बीच येदियुरप्पा की टिप्पणी की कर्नाटक के नेताओं ने आलोचना की तथा उनकी अपनी ही पार्टी के नेता एवं विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने भी उससे असहमति जताई थी.

येदियुरप्पा ने बुधवार को कथित रूप से कहा था कि पाकिस्तान में आतंकवादी शिविरों पर भारत के हवाई हमले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में लहर पैदा हो गई है और इससे पार्टी को कर्नाटक में 28 लोकसभा सीटों में से 22 जीतने में मदद मिलेगी. पाकिस्तान मीडिया और सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ ने भी येदियुरप्पा के बयान को लपकते हुए भारत पर सवाल दागा था कि क्या जंग एक चुनावी विकल्प है.

येदियुरप्पा ने ट्वीट किया, "मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि मेरे कल के बयान को पूरी तरह गलत तरीके से पेश किया गया. मेरे मन में सशस्त्र बलों के प्रति गहरा सम्मान है. मैं देश की सुरक्षा के लिए लड़ रहे अपने जवानों की बहादुरी को सलाम करता हूं." 

उन्होंने लिखा, "मैं अपने देशवासियों के साथ खड़ा हूं और विंग कमांडर अभिनंदन की (पाकिस्तान की हिरासत से) सुरक्षित वापसी की प्रार्थना करता हूं. मेरे लिए राष्ट्र पहले आता है और पार्टी बाद में."

उन्होंने कहा, "मेरे बयान को संदर्भ से हटाकर पेश किया गया. मैंने कहा कि स्थिति बीजेपी के लिए अनुकूल है और यह बात मैं पिछले कुछ महीनों से कहता आ रहा हूं. यह पहली बार नहीं है कि मैंने कहा है कि कर्नाटक में बीजेपी मोदी जी के योग्य नेतृत्व में कम से कम 22 सीटें जीतेगी." उन्होंने कहा, "इसे (भारत की कार्रवाई को) राजनीति के लिए इस्तेमाल करने का प्रश्न ही कहां है? पूरे देश ने इसका स्वागत किया है. इसे राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करने का प्रश्न ही नहीं उठता."

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