Trending Photos
Increasing Cases Of Depression: जीवनशैली में बदलाव और काम के बढ़ते बोझ के साथ डिप्रेशन या अवसाद की समस्या भी लगातार बढ़ती जा रही है. यही नहीं हमारे देश में लोग डिप्रेशन के बारे में बात करने से बहुत कतराते हैं. कई लोगों को लगता है कि डिप्रेशन की बात करना यानी सामने वाला उन्हें पागल समझेगा और इसके चलते लोग डिप्रेशन पर खुलकर बात नहीं कर पाते. लेकिन एक स्टडी ने खुलासा किया कि डिप्रेशन का इलाज करना अब बेहद आसान हो गया है. महज एक मशरूम (Mushroom) खाने से आप डिप्रेशन का इलाज कर सकते हैं.
अगर आप डिप्रेशन में हो तो आपको मशरूम खाना चाहिए. लेकिन आम मशरूम नहीं, इसके लिए आपको मैजिक मशरूम खाना चाहिए. क्योंकि इसमें एक ऐसा कम्पाउंड होता है जो मानसिक तनाव से राहत देता है और डिप्रेशन से बाहर निकालने में मदद करता है. एक बड़े क्लीनिकल ट्रायल में ये बात साबित हुई है. इम्पीरियल कॉलेज लंदन (Imperial College London) के विशेषज्ञों की लेटेस्ट स्टडी के मुताबिक, 'मैजिक मशरूम' (Magic Mushroom) डिप्रेशन से निजात दिलाने में सक्षम हैं.
इसमें मनोदशा को सकारात्मक तरीके से प्रभावित करने वाला कम्पाउंड सिलोसायबिन (Compound Psilocybin) पाया जाता है. मशरूम में यह नैचुरल तौर पर होता है. सिलोसायबिन मस्तिष्क के खास हिस्से को एक्टिव करता है, जिससे मानसिक स्थिति पर सीधा प्रभाव पड़ता है. विशेषज्ञों ने बताया कि यह पदार्थ डिप्रेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले प्रमुख ब्रेन सर्किट को प्रभावित तरीके से फिर से ठीक कर देता है. डिप्रेशन की स्थिति में ब्रेन के विशेष हिस्से में रक्त का प्रभाव कम हो जाता है, जिससे यह समस्या उत्पन्न होती है.
ये भी पढें: Most Expensive Cars: दुनिया की 5 सबसे महंगी कार, सोच से परे है इनकी कीमत
इससे पहले एक छोटी स्टडी हुई थी, जिसमें कहा गया था कि मैजिक मशरूम में मिलने वाला कैमिकल साइलोसाइबिन (Psilocybin) किसी भी तरह के सामान्य एंटीडिप्रेसेंट एससिटैलोप्राम (Lexapro) की तरह ही काम करता है. लेकिन इसकी तीव्रता और क्षमता ज्यादा होती है. इससे उन लोगों को आराम मिलेगा जो मध्यम स्तर से लेकर गंभीर स्तर के डिप्रेशन के शिकार हैं. मैजिक मशरूम में ऐसा हैल्यूसिनोजेनिक पदार्थ होता है, जो दिमाग को हाइपर कनेक्टेड ब्रेन (Hyper-Connected Brain) बनाने में मदद करता है. इसके जरिए डिप्रेशन का इलाज भी कर सकते हैं. एक नई स्टडी में यह दावा किया गया है कि ये मशरूम दिमाग के अलग-अलग हिस्सों को आपस में कनेक्ट करने में मदद करता है और इसका साइकेडेलिक (Psychedelic) पदार्थ डिप्रेशन को रोकता है और नकारात्मक विचारों से दूर रखता है.
मैजिक मशरूम्स को लेकर हाल ही में क्लीनिकल ट्रायल्स हुए हैं, जिनमें बताया गया है कि मैजिक मशरूम से निकलने वाला हैल्यूसिनोजेनिक पदार्थ यानी मतिभ्रम करने वाला पदार्थ साइलोसाइबिन दिमाग को सक्रिय कर घर में लगे एमसीबी स्विच में बदल देता है. जैसे ही नेगेटिव ख्याल (Negative Thoughts) आते हैं, ये स्विच अपने आप एक्टिव होकर आपके दिमाग को नेगेटिव ख्यालों के ओवरफ्लो से बचाता है और दिमाग को शांत रखता है. साइलोसाइबिन के असर को समझने के लिए वैज्ञानिकों ने 60 मरीजों पर क्लीनिकल ट्रायल्स (Clinical Trials) किए और हर मरीज के दिमाग पर अलग असर हुआ. साइलोसाइबिन लेने के बाद इन सभी मरीजों के दिमाग की वायरिंग ज्यादा सक्रिय हो गई.
ये भी पढें: Dasna Jail: गाजियाबाद के डासना जेल में कैदी श्रद्धा में लीन, व्यवहार में हुआ सुधार
साइकोलॉजिस्ट आस्था डिंगरा (Psychologist Aastha Dingra) से जब इस रिसर्च के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि यदि अधिक रिसर्चर्स एक उचित अनुभवजन्य स्टडी (Empirical Study) कर सकते हैं और यह पता लगा सकते हैं कि केवल अपनी भूख को बदलने और अपने आहार में मैजिक मशरूम को शामिल करने से अवसाद ठीक हो सकता है, तो यह हजारों और लाखों लोगों के लिए फायदेमंद होगा. उन्होंने कहा कि ये बहुत सारा पैसा बचाएगा क्योंकि मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) के मुद्दे अभी भी कलंकित हैं.
LIVE TV