हर वक्त च्यूइंग गम चबाने की पड़ गयी आदत? जानें हेल्थ पर कैसा होता है इसका असर
Advertisement
trendingNow12452082

हर वक्त च्यूइंग गम चबाने की पड़ गयी आदत? जानें हेल्थ पर कैसा होता है इसका असर

Is It OK To Chew Gum Regularly: च्यूइंग गम को माउथ फ्रेशनर के लिए इस्तेमाल बहुत ज्यादा इस्मेताल किया जाने लगा है. यदि आप इसे रोज चबाते हैं तो इससे आपकी हेल्थ कैसे इफेक्ट हो रही है यहां समझ लें.

हर वक्त च्यूइंग गम चबाने की पड़ गयी आदत? जानें हेल्थ पर कैसा होता है इसका असर

च्यूइंग गम आलस मिटाने और माउथ फ्रेशनर के रूप में काम आता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि नियमित रूप से गम चबाने के अपने फायदे और नुकसान हो सकते हैं? हालांकि च्यूइंग गम सिर्फ चबाकर फेंक दिया जाता है, लेकिन फिर भी यह आपके शरीर को अंदर तक इफेक्ट करता है. ऐसे में यदि आप च्यूइंग गम के बिना एक दिन भी नहीं रह पाते हैं तो यहां जान लें कि इससे आपकी सेहत कैसे प्रभावित हो रही है- 

च्यूइंग गम के हेल्थ बेनिफिट्स

- शुगर-फ्री गम, खासकर जो जाइलिटोल से भरपूर होती है, ओरल हेल्थ के लिए अच्छी मानी जाती है. यह सलाइवा के प्रोडक्शन को बढ़ाती है, जो दांतों को प्रोटेक्ट करता है. इससे कैविटी और मसूड़ों की बीमारी का खतरा कम होता है.

- गम चबाने से ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, जिससे कॉन्सेंट्रेशन, याददाश्त और ब्रेन के फंक्शन में सुधार होता है.  

- एयरप्लेन में च्यूइंग गम चबाने से कानों का दबाव बराबर करने में मदद मिलती है. इससे ईस्टेशियन ट्यूब खुली रहती है और कानों बंद या दर्द नहीं करते हैं.

इसे भी पढ़ें- एयरप्लेन से ट्रेवल के बाद सिरदर्द-मसल में ऐंठन Jet Lag के लक्षण, जानें बचाव के उपाय

 

बहुत अधिक गम चबाने के नुकसान
मांसपेशियों में दर्द

ज्यादा च्यूइंग गम चबाने, विशेषकर एक ही तरफ, टेम्पोरोमैंडिबुलर ज्वाइंट (TMJ) पर दबाव पड़ता है. इससे चेहरे में दर्द, सिरदर्द, कान में दर्द और चबाने में कठिनाई हो सकती है.

दांतों का घिसना

च्यूइंग गम भले ही शुगर-फ्री हो, इसमें कुछ एसिडिक फ्लेवर होते हैं, जो लंबे समय तक चबाने पर दांतों के इनेमल को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इनेमल एक बार खोने के बाद वापस नहीं आता. ऐसे में दांत घिसने लग जाते हैं. 

इसे भी पढ़ें- रात में दर्द से फटने लगे सिर तो दवा-चाय नहीं, फ्रिज में रखी ये चीज करें ट्राई, सेकेंड भर में मिलेगी राहत

 

पाचन संबंधी समस्याएं

लगातार गम चबाने से पेट फूलना, गैस और असुविधा हो सकती है. शुगर-फ्री गम में मौजूद आर्टिफिशियल स्वीटनर, जैसे सोर्बिटोल, पाचन में समस्याएं पैदा कर सकते हैं और संवेदनशील व्यक्तियों में लैक्सेटिव इफेक्ट डाल सकते हैं.

कितने देर चबाना चाहिए च्यूइंग गम

अपोलो अस्पताल, नवी मुंबई में सलाहकार प्रोस्थोडॉन्टिस्ट और इम्प्लांटोलॉजिस्ट डॉ. निनाद मुले ने इंडियन एक्सप्रेस को बताते हैं कि खाने के बाद च्यूइंग गम 10 से 15 मिनट से अधिक नहीं चबाना चाहिए. यह लार के उत्पादन को बढ़ाने और दांतों को साफ करने के लिए पर्याप्त है.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

 

Trending news