भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने हाल ही में एक बड़ा खुलासा किया है, जिसने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है. एक इंटरव्यू में साइना ने जापानी खिलाड़ियों के बारे में एक ऐसा सीक्रेट बताया है.
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भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने हाल ही में एक बड़ा खुलासा किया है, जिसने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है. एक इंटरव्यू में साइना ने जापानी खिलाड़ियों के बारे में एक ऐसा सीक्रेट बताया है, जो उनकी अमेजिंग परफॉर्मेंस और शानदार स्टैमिना का कारण बनता है. इस इंटरव्यू का क्लिप तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें साइना जापानी खिलाड़ियों की तैयारी और उनके मेहनत के तरीके के बारे में बात करती नजर आ रही हैं.
साइना ने खुलासा किया कि जापानी खिलाड़ी मैच से पहले और बाद में 30 मिनट तक दौड़ लगाते हैं. यह सिर्फ एक साधारण एक्सरसाइज नहीं है, बल्कि उनकी स्टैमिना को बेहतर बनाए रखने का एक प्रमुख तरीका है. साइना ने बताया कि ये खिलाड़ी मैच खत्म होने के बाद भी तुरंत रिकवरी मोड में नहीं जाते, बल्कि वे अपने शरीर को एक्टिव रखते हुए लगातार फिजिकल एक्टिविटी पर ध्यान देते हैं. इस आदत से उनकी स्टैमिना बनी रहती है और वे लंबी अवधि तक खेल में बेहतर प्रदर्शन कर पाते हैं.
दौड़ने से कैसे बढ़ती है स्टैमिना और परफॉर्मेंस?
दौड़ने से खिलाड़ियों की कार्डियोवैस्कुलर शक्ति बढ़ती है, जिससे उनका दिल और फेफड़े ज्यादा प्रभावी तरीके से काम करते हैं. इससे मसल्स में ऑक्सीजन की आपूर्ति बेहतर होती है और थकान कम होती है. साथ ही, यह पैरों और शरीर के कोर मसल्स को मजबूत करता है, जिससे खेल के दौरान स्टेबिलिटी और फुर्ती में सुधार होता है. मानसिक सतर्कता और अनुशासन में भी दौड़ने से वृद्धि होती है, जो खेल में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के लिए आवश्यक होता है.
इंटेंस मैच के बाद रिकवरी कैसे करें?
मैच के बाद रिकवरी के लिए सबसे पहले कूल-डाउन फेज की आवश्यकता होती है, जिसमें हल्का स्ट्रेचिंग या 5-10 मिनट की वॉक करना शामिल है. इससे दिल की गति धीरे-धीरे कम होती है और मसल्स की जकड़न कम होती है. इसके अलावा, शरीर में पानी की कमी को दूर करने के लिए इलेक्ट्रोलाइट्स या पानी पीना महत्वपूर्ण है. पोस्ट-मैच न्यूट्रिशन पर ध्यान देना भी जरूरी है. प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स और हेल्दी फैट्स से भरपूर भोजन मसल्स की रिकवरी में मदद करता है. पर्याप्त नींद (7-9 घंटे) लेना भी जरूरी है, ताकि शरीर पूरी तरह से रिपेयर हो सके. इस तरह के अनुशासन और ध्यान से खिलाड़ी अपने प्रदर्शन को लंबे समय तक बनाए रख सकते हैं, और जापानी खिलाड़ियों का यह सीक्रेट उनकी सफलता का कारण बनता है.