बीजेपी ने हिमाचल प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार समेत अपने चार में से दो सांसदों के टिकट काट दिए. पार्टी ने को प्रदेश की सभी चार सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया. पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के बेटे अनुराग ठाकुर को हमीरपुर से और राम स्वरूप को मंडी से फिर से टिकट दिया है.
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शिमला: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok sabha elections 2019) में नई भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) दिखेगी. इस चुनाव में बीजेपी ने अटल बिहारी वाजपेयी युग के नेताओं से किनारा कर लिया है. इसके पीछे बड़ी वजह यह है कि वाजपेयी युग के नेताओं की उम्र काफी अधिक हो चुकी है. इसमें सबसे बड़ा नाम बीजेपी को इस देश में स्थापित करने वाले लालकृष्ण आडवाणी का नाम है. आडवाणी को इस बार बीजेपी ने टिकट नहीं दिया है. रविवार को हिमाचल प्रदेश के लोकसभा उम्मीदवारों की लिस्ट जारी हुई, जिसमें वाजपेयी युग के बड़े नेता शांता कुमार का नाम नहीं है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश में बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी का भी टिकट कटना तय माना जा रहा है.
बीजेपी ने हिमाचल प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार समेत अपने चार में से दो सांसदों के टिकट काट दिए. पार्टी ने को प्रदेश की सभी चार सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया. पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के बेटे अनुराग ठाकुर को हमीरपुर से और राम स्वरूप को मंडी से फिर से टिकट दिया है.
बीजेपी ने अपने सांसद वीरेंद्र कश्यप की जगह पच्छाद से विधायक सुरेश कश्यप को शिमला से उम्मीदवार बनाया है. 84 साल के शांता कुमार ने गुरुवार को नई दिल्ली में कहा था कि वह संसदीय चुनाव लड़ना नहीं चाहते हैं. इसी के साथ पूर्व मुख्यमंत्री जाहिर तौर पर चुनावी राजनीति से सेवानिवृत्त हो गए.
बीजेपी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में सभी चार सीटें जीती थीं. उसने राज्य के मंत्री और धर्मशाला के विधायक किशन कपूर को शांता कुमार की जगह कांगड़ा से टिकट दिया है. 68 वर्षीय किशन कपूर, जय राम ठाकुर नीत बीजेपी सरकार में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री हैं. वहीं सुरेश कश्यप (48) 16 साल से ज्यादा समय तक भारतीय वायु सेना में काम कर चुके हैं.