बारामूला लोकसभा सीट: चुनाव प्रचार शांतिपूर्वक खत्म, चुनावी सभाओं में उमड़े लोग
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बारामूला लोकसभा सीट: चुनाव प्रचार शांतिपूर्वक खत्म, चुनावी सभाओं में उमड़े लोग

उत्तरी कश्मीर के बारामूला लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में ‪11 अप्रैल को‬ होने वाले मतदान के लिए 9 अप्रैल को इस सीट के लिए चुनावी प्रचार खत्म हो गया. सबसे अच्छी बात यह रही कि यह प्रचार शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न हुआ.

2014 में पीडीपी के वरिष्ठ नेता मुजफ्फर हुसैन बेग ने इस सीट से विजय हासिल की थी.

बारामूला: उत्तरी कश्मीर के बारामूला लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में ‪11 अप्रैल को‬ होने वाले मतदान के लिए 9 अप्रैल को इस सीट के लिए चुनावी प्रचार खत्म हो गया. सबसे अच्छी बात यह रही कि यह प्रचार शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न हुआ. इस प्रचार में उम्मीद से हटकर लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली. इस सीट पर कुल 9 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं लेकिन मुकाबला केवल तीन उम्मीदवारों के बीच दिलचस्प रहने की संभावना है. 

आखरी दिन नेका, पीसी, आदि ने उत्तरी कश्मीर में चुनावी प्रचार किया. पहले चरण में कुछ इलाकों को छोड़कर अधिकतर भागों में बैनर, झंडे आदि कम दिखे. भारी संख्या में लोग हर राजनीतिक दल की रैली में देखने को मिले. कुछ लोग बदलाव की बात करते दिखे, कुछ 370 और 35ए के बचाव की. कुछ बेरोजगारी व आदि मुद्दों की बात करते दिखे.  

बारामुल्ला लोकसभा सीट के लिए कुल 14 उम्मीदवारों ने नामांकन भरा था जिनमें से 4 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र जांच प्रक्रिया में रद्द हो गए. एक प्रत्याशी ने अपना नामांकन वापस ले लिया जिसके बाद अब इस चुनावी दौड़ में 9 उम्मीदवार शामिल हैं. नेशनल कॉन्फ्रेंस के मोहम्मद अकबर लोन, पीडीपी के अब्दुल कयूम वानी, अवामी इतिहाद पार्टी (एआईपी) इंजीनियर रशीद, पीपल्स कॉन्फ्रेंस के राजा एजाज अली आदि शामिल हैं. कुछ उम्मीदवार निर्दलीय भी हैं जो अपनी किस्मत आज़माने उतरे हैं. कुल 11.5 लाख मतदाता हैं जिनमें 55,0443 पुरुष, 50,4053 महिलाएं शामिल हैं जोकि 15 विधानसभा क्षेत्रों का तहत आते हैं. 

2014 में पीडीपी के वरिष्ठ नेता मुजफ्फर हुसैन बेग ने इस सीट से विजय हासिल की थी. मुजफ्फर हुसैन बेग ने वर्ष 2014 में कुल 175277 वोट जबकि उनके मुक़ाबले में खड़े नेशनल कोन्फ्रेंस के शरीफुद्दीन शारिक ने 146058 वोट प्राप्त किए थे. 2009  में एनसी के शरीफुद्दीन शरीक को 203022 वोट जबकि उनके विरोधी दिलावर मीर जोकि उस समय पीडीपी से उम्मीदवार थे को 138208 वोट मिले. 2004 में नेका के अब्दुल रशीद शाहीन 127653 वोट जबकि उनके मुक़ाबले में खड़े पीडीपी के उम्मीदवार निज़ाम-उद-दीन भट को 117758 वोट हासिल हुए थे. 2004 से लेकर 2014 तक नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी के बीच की टक्कर देखने को मिली लेकिन इस बार मुक़ाबला त्रिकोणीय दिख रहा है. इस बार की दौड़ में पीसी के राजा ऐजाज अली, नेका के मोहम्मद अकबर लोन और एआईपी के इंजीनियर रशीद दिख रहे हैं.

चुनाव का बिगुल बजते ही सभी उम्मीदवार एक दूसरे पर आरोप प्रतियारोप लगाते दिखाई दिए. नेशनल कोन्फ्रेंस के प्रत्याशी अकबर लोन अधिकतर चुनावी सभाओं में कोई न कोई विवाद खड़ा कर सुर्खियों बटोरते दिखे वहीं अलगाववादी नेता अब्दुल गनी लोन के बेटे सज्जाद लोन की अध्यक्षता वाली पीप्ल्ज कोन्फ्रेंस के उम्मीदवार राजा ऐजाज अली ने तो साफ कर दिया कि उनका मुक़ाबला किसी से नहीं और वह इस खेल के विजेता ही हैं. जबकि इन अवामी इतिहाद पार्टी के अध्यक्ष और उम्मीदवार इंजीनियर रशीद केवल एक चुनावी वादा करते दिखे और यह कहते दिखे कि अगर उन्हे एक मौका दिया जाता है पार्लियामेंट में जाने का तो वह कश्मीर की आवाज़ दिल्ली में उठाएंगे.

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