साध्व प्रज्ञा ठाकुर को बीजेपी ने भोपाल से उम्मीदवार बनाया है.
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नई दिल्ली: एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी द्वारा प्रज्ञा ठाकुर को टिकट दिए जाने की आलोचना की है. बता दें साध्व प्रज्ञा ठाकुर को बीजेपी ने भोपाल से उम्मीदवार बनाया है. बता दें प्रज्ञा ठाकुर 2008 मालेगांव ब्लासट केस में आरोपी हैं
ओवैसी ने ट्वीट कर प्रज्ञा ठाकुर को बीजेपी उम्मीदवार बनाए जाने पर सवाल उठाए और पूछा कि क्या यही आतंकवाद के खिलाफ बीजेपी की जोरी टोलरेंस है. वहीं एक सभा में ओवैसी ने कहा कि बीजेपी का घोषणापत्र में कहा गया है आतंकवाद पर जीरो टोलरेंस की बात कही गई है. लेकिन उन्होंने एक आतंक के आरोपी को उम्मीदवार बना दिया.
A terror accused has been rehabilitated by BJP. The brazenness of must be astounding to outsiders; but we are discussing it like it is routine political strategy
This is the BJP’s “zero tolerance” policy against terrorism https://t.co/7U3awA6X0n
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 18, 2019
बता दें भोपाल में प्रज्ञा ठाकुर का मुख्य मुकाबाल कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह से होगा. बीजेपी ने बुधवार को प्रज्ञा ठाकुर को भोपाल से उम्मीदवार बनाने की घोषणा की थी.
मुझे जेल में यातनाएं दी गईं - प्रज्ञा
वहीं गुरुवार को साध्वी प्रज्ञा ने आरोप लगाया कि जेल में उन्हें यातनाएं दी गईं. प्रज्ञा ठाकुर ने आरोप लगाया कि जेल में उन्हें बेल्ट से पीटा जाता था और उन्हें गालियां दी जाती थी.
#WATCH: Alleging torture by jail officials, Sadhvi Pragya Singh Thakur, BJP Lok Sabha candidate from Bhopal, breaks down while addressing the party workers pic.twitter.com/UVUomvmJZ2
— ANI (@ANI) April 18, 2019
जेल के दिनों के बारे में प्रज्ञा ठाकुर ने कहा, 'जब मुझे लेकर गए तो गैरकानूनी तरीके से 13 दिन तक रखा। पहले ही दिन बिना कुछ पूछे हुए उन्होंने मुझे बुलाया और बुला कर के पीटना शुरू किया, उस चौड़े वाले बेल्ट से पीटा, एक बेल्ट अगर आपके हाथ पर पड़ता है तो पूरा सूज जाता है। आप अगर दूसरा बेल्ट झेल पाएंगे तो हाथ फट जाएगा। ये जो बेल्ट मारते थे, पूरा नर्वस सिस्टम ढीला पड़ जाता था, सुन्न पड़ जाता था। ये दिन-रात पीटते थे।'
उन्होंने कहा, 'मैं आपके सामने अपनी पीड़ा नहीं बता रही हूं लेकिन इतना कह रही हूं कि और कोई बहन आज के बाद कभी भी इस पीड़ा का सामना ना कर सके।
प्रज्ञा ने कहा, मुझे गालियां देते थे कहते थे तुझे निर्वस्त्र कर देंगे. असहनीय है मेरे लिए यह कहना.'