लोकसभा चुनाव 2019: एक सीट, जहां चुनावी मैदान में उतर आए हैं 178 किसान
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लोकसभा चुनाव 2019: एक सीट, जहां चुनावी मैदान में उतर आए हैं 178 किसान

निज़ामाबाद में उम्मीदवारों की बड़ी संख्या को देखते हुये सबकी निगाहें इस सीट पर टिकी हैं. यहां हर बूथ पर 12 ईवीएम इस्तेमाल हो रहे हैं.

निज़ामाबाद में चुनावी मैदान में 185 उम्मीदवार उतरे हैं, जिनमें 178 किसान शामिल हैं. (फाइल फोटो)

निज़ामाबाद (तेलंगाना) : तेलंगाना में 17 लोकसभा क्षेत्रों के लिए गुरुवार को मतदान हो रहा है, लेकिन निज़ामाबाद में उम्मीदवारों की बड़ी संख्या को देखते हुये सबकी निगाहें इस सीट पर टिकी हैं. यहां हर बूथ पर 12 ईवीएम इस्तेमाल हो रहे हैं.

मुख्य निर्वाचन अधिकारी रजत कुमार ने कहा, ‘‘यह दुनिया में पहली बार हुआ है जब इतनी बड़ी संख्या में उम्मीदवारों को लेकर इतनी बड़ी संख्या में ईवीएम का उपयोग करके चुनाव कराया जा रहा है.’’ 

मैदान में 185 उम्मीदवार उतरे हैं, जिनमें 178 किसान शामिल हैं जो हल्दी और लाल ज्वार के लिए पारिश्रमिक मूल्य और निजामाबाद में एक हल्दी बोर्ड की स्थापना की मांग के समर्थन में चुनावी मैदान में कूद पड़े.

तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता यहां से फिर से चुनाव लड़ रही हैं.

हालांकि अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हुआ, तो वहीं निज़ामाबाद में मतदान एक घंटे बाद शुरू हुआ, क्योंकि चुनाव में बड़ी संख्या में उम्मीदवारों को देखते हुए और साथ ही बड़ी संख्या में ईवीएम की तैनाती के कारण मॉक वोटिंग की योजना बनाई गई थी, जिसके चलते मतदान शुरू होने में अधिक समय लगा.

मौजूदा सांसद कविता ने अपने पति अनिल के साथ बोधन विधानसभा क्षेत्र के पोतांगल गांव में अपना वोट डाला. प्रदर्शनकारी किसानों ने आरोप लगाया है कि टीआरएस सरकार हल्दी और लाल ज्वार की उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने और हल्दी बोर्ड की स्थापना करने में विफल रही.

निजामाबाद में टीआरएस से राज्यसभा सदस्य डी श्रीनिवास के बेटे डी अरविंद भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि एआईसीसी सचिव मधु याक्षी गौड़ कांग्रेस की तरफ से मैदान में उतरे हैं. 

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फाइल फोटो

बड़ी संख्या में प्रत्याशियों को देखते हुए, 12 बैलेट यूनिटों को श्रृंखला में जोड़ा गया है. चुनाव आयोग इसके लिए एम3 प्रकार के ईवीएम का उपयोग कर रहा है जो 24 बीयू तक को समाहित कर सकता है. प्रत्येक बीयू के 24 नाम होंगे.

सामान्य स्थिति में, चुनाव आयोग ने मतदान के दौरान होने वाली तकनीकी समस्या से निपटने के लिए एक निर्वाचन क्षेत्र में 15 से 16 इंजीनियरों को तैनात करता है लेकिन निजामाबाद के लिए लगभग 600 इंजीनियरों को तैनात किया है.

निज़ामाबाद निर्वाचन क्षेत्र के लिए 26,000 से अधिक बैलट यूनिट, 2,200 कंट्रोल यूनिट और लगभग 26,000 वीवीपैट का इस्तेमाल किया जा रहा है.

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