बाहुबली अतीक अहमद ने कराया नामांकन, पीएम मोदी के खिलाफ जेल में रहकर लड़ेंगे चुनाव
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बाहुबली अतीक अहमद ने कराया नामांकन, पीएम मोदी के खिलाफ जेल में रहकर लड़ेंगे चुनाव

पीएम मोदी के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने सोमवार को वाराणसी लोकसभा सीट पर अपना प्रत्याशी बदलते हुए बर्खास्त बीएसएफ जवान तेज प्रताप यादव को अपना उम्मीदवार बना दिया है.

अतीक अहमद के चुनाव लड़ने की घोषणा से मुकाबला चतुष्‍कोणीय होने की पूरे आसार नजर आ रहे हैं.

प्रयागराज: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) का सियासी रण अपने चरम पर है. इन सबके बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का संसदीय क्षेत्र वाराणसी काफी सुर्खियों में है. दरअसल, वाराणसी लोकसभा सीट (Varanasi lok Sabha Seat) से सोमवार को नैनी जेल में बंद 'बाहुबली' अतीक अहमद ने अपना नामांकन कराया है. अतीक अहमद जेल में रहकर ही पीएम मोदी के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ेगा. वहीं, समाजवादी पार्टी ने भी सोमवार को इस सीट पर अपना प्रत्याशी बदलते हुए बर्खास्त बीएसएफ जवान तेज प्रताप यादव को अपना उम्मीदवार बना दिया है.

वाराणसी में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ कांग्रेस ने अजय राय और महागठबंधन ने तेज प्रताप यादव को मैदान में उतारा है. वहीं, अब अतीक अहमद के चुनाव लड़ने की घोषणा से मुकाबला चतुष्‍कोणीय होने की पूरे आसार नजर आ रहे हैं. अतीक अहमद अभी जेल में बंद है. हाल ही में अतीक अहमद की पत्‍नी ने उनके चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. अतीक अहमद वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ निर्दलीय उम्‍मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेगा.

इससे पहले खबरें आई थीं कि अतीक अहमद को शिवपाल की पार्टी ने वाराणसी से टिकट दिया है, लेकि‍न बाद में पार्टी ने इस बात का खंडन कर दिया. इस पर अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर इस बात की जानकारी दी है कि वह निर्दलीय उम्‍मीदवार के तौर पर मैदान में उतरेंगे.   

मुरली मनोहर जोशी के खिलाफ लड़ा था चुनाव
जेल में बंद अतीक अहमद ने चुनाव प्रचार के लिए 3 हफ्ते की पैरोल भी मांगी थी. वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए शार्ट टर्म बेल की अर्जी को कोर्ट ने आज (29 अप्रैल) खारिज कर दिया है. जानकारी के मुताबिक, प्रयागराज की स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट ने बाहुबली की अर्जी को खारिज कर दिया है. अतीक अहमद इससे पहले भी वाराणसी से चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि, 2009 में उनका मुकाबला बीजेपी डॉ. मुरली मनोहर जोशी के साथ था. उस चुनाव में डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने अतीक अहमद को मात दी थी.

2014 में श्रावस्‍ती से अजमाई किस्‍मत
2014 के चुनाव में अतीक अहमद ने श्रावस्‍ती से चुनाव लड़ा था, उस समय उन्‍हें बीजेपी के दद्दन मिश्रा ने हराया था. अतीक अहमद उस समय चर्चा में आया था जब उसने जेल में बैठे-बैठे एक बिजनेसमैन का अपहरण करा लिया था. इसके बाद उसे यूपी से गुजरात की जेल में शिफ्ट करने की योजना है.

अतीक अहमद के खिलाफ 1979 से 2019 के दौरान 102 मामले दर्ज हुए. इनमें हत्या के 17, उप्र गैंगस्टर कानून के तहत 12, शस्त्र अधिनियम के तहत आठ और उप्र गुण्डा कानून के तहत चार मामले भी शामिल हैं. पांच बार विधायक और एक बार सांसद रहे अतीक अहमद 11 फरवरी, 2017 से जेल में बंद है.

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