नई दिल्ली: काल्लाकुरूची लोकसभा सीट का निर्माण 2008 में किया गया. इस सीट के अंतर्गत विधानसभा की 6 सीटें हैं. हालांकि, इस सीट पर एकबार 1971 में भी चुनाव हुआ था, जिसमें DMK की जीत हुई थी. 2009 के चुनाव में फिर से DMK की जीत हुई और 2014 के चुनाव में AIADMK की जीत हुई. इस लोकसभा चुनाव में DMK ने गौतम सिंगमनि को मैदान में उतारा है.
तमिलनाडु एक ऐसा राज्य है जहां नेशनल पार्टियों की नहीं, बल्कि क्षेत्रीय दलों का दबदबा रहा है. DMK और AIADMK यहां की दो प्रमुख क्षेत्रीय पार्टियां हैं. इस चुनाव में कांग्रेस DMK के साथ और BJP, AIADMK और PMK साथ मिलकर चुनाव लड़ रही हैं. कांग्रेस 9 सीटों पर और बीजेपी 5 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. दोनों की सहयोगी पार्टियां DMK और AIADMK भी केवल 20-20 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. बाकी सीटों पर अन्य छोटी क्षेत्रीय पार्टियां चुनाव लड़ रही हैं. 2014 लोकसभा चुनाव में 39 सीटों में 37 सीटों पर तो केवल AIADMK की जीत हुई थी. एक सीट पर बीजेपी और एक सीट पर PMK की जीत हुई थी. दोनों पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ी थी. DMK का खाता भी नहीं खुल पाया था.
तिरूवन्नामलाई : तमिलनाडु की इस सीट पर अब तक हुए दो चुनावों में 2 पार्टियों की हुई जीत
2014 की डेटा के मुताबिक, यहां मतदाताओं की कुल संख्या 1412499 है. इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 707219 और महिला मतदाताओं की संख्या 705280 है.