लोकसभा चुनाव 2019: दिलचस्प चुनावी मुकाबले का मैदान है पेरंबलूर लोकसभा सीट
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लोकसभा चुनाव 2019: दिलचस्प चुनावी मुकाबले का मैदान है पेरंबलूर लोकसभा सीट

तमिलनाडु की पेरंबलूर लोकसभा सीट पर पहली बार 1951 में चुनाव हुए, जिसमें DMK प्रत्याशी ने जीत हासिल की.

2009 के चुनाव में DMK प्रत्याशी यहां से सांसद चुने गए थे. (फाइल फोटो)

तमिलनाडु के महत्वपूर्ण संसदीय क्षेत्रों में से एक पेरंबलूर के अंतर्गत कुल छह विधानसभा सीटें आती हैं. यहां पहली बार 1951 में चुनाव हुआ, जिसमें DMK प्रत्याशी को जीत मिली थी. डीएमके के बाद यहां एआईएडीएमके ने सबसे ज्ययादा छह बार जीत दर्ज की है. पेरंबलूर में डीएमके और एआईएडीएमके के बीच कड़ा मुकाबला रहता है, जिसके चलते कभी डीएमके तो कभी एआईएडीएमके इस सीट पर जीत दर्ज करते हैं. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां AIADMK के आरपी मरुतराज ने जीत हासिल की थी, जबकि 2009 के चुनाव में DMK प्रत्याशी यहां से सांसद चुने गए थे.

चुनावी इतिहास
तमिलनाडु की पेरंबलूर लोकसभा सीट पर पहली बार 1951 में चुनाव हुए, जिसमें DMK प्रत्याशी ने जीत हासिल की. 1957 में पहली बार कांग्रेस जीती थी. लेकिन 1962 के चुनावों में यहां डीएमके के ईरा सेजियान ने भारी मतों से जीत दर्ज की. इसके बाद 1967 और 1971 में भी DMK ने ही यहां जीत हासिल की. 1977 में एआईएडीएमके तो 1980 में कांग्रेस ने पेरंबलूर में विजय ध्वज फहराया. 1984 में AIADMK के एस. थंगा राजू, 1989 और 1991 में AIADMK के ए. अशोकराज, 1996, 1999 और 2004 में DMK के ए. राजा, 1998 में AIADMK के पी. राजा रेतिनम और 2009 में DMK के डी. नेपोलियन सांसद बने.

पेरंबलूर में मतदाता
पेरंबलूर में 5.65 लाख मतदाता हैं, जिनमें 282,157 पुरुष और 283,066 महिला मतदाता हैं. यहां की खास बात यह है कि यहां पुरुषों की तुलना में महिला मतदाता ज्यादा हैं.

2014 के लोकसभा चुनाव
2014 के लोकसभा चुनाव में पेरंबलूर लोकसभा सीट से एआईएडीएमके के आरपी मारुतराजा ने भारी मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी.

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