राहुल गांधी के लिए समझदारी का फैसला साबित होगा वायनाड लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना!
Advertisement

राहुल गांधी के लिए समझदारी का फैसला साबित होगा वायनाड लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना!

वायनाड लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि कांग्रेस दक्षिण भारत में अपनी पैठ को मजबूत करना चाहती है इसलिए राहुल गांधी ने अपनी किस्मत को यहां से आजमाना चाहा है. 

फाइल फोटो

नई दिल्ली: परांपरिक सीट अमेठी से लड़ने के साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का दक्षिण भारत के राज्य  केरल के वायनाड लोकसभा सीट से लड़ना कितना फायदेमंद रहा है, इसका फैसला तो 23 मई आएगा, लेकिन अब तक जो एग्जिट पोल सामने आए हैं, उससे तो यही कहा जा सकता है कि अमेठी के साथ वायनाड से लड़ना एक सही फैसला कहा जा रहा है. 

अमेठी से सांसद हैं राहुल गांधी
वैसे तो कई चुनावों से राहुल गांधी कांग्रेस की पारंपरिक सीट अमेठी से सांसद रहे हैं. पिछले चुनावों में स्मृति ईरानी और राहुल की टक्कर होने के बाद राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चाएं तेज थी कि स्मृति को मामूली अंतर से हराने के कारण ही राहुल ने दो सीटों से लड़ने का फैसला लिया. ताकि वह सांसद बनें रहें.

दक्षिण भारत पर पैठ
वायनाड लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि कांग्रेस दक्षिण भारत में अपनी पैठ को मजबूत करना चाहती है इसलिए राहुल गांधी ने अपनी किस्मत को यहां से आजमाना चाहा है. 

Trending news