बागी तेवर अपनाने वाली शिवसेना ने BJP से गठबंधन क्‍यों किया? उद्धव ठाकरे ने पहली बार दिया जवाब
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बागी तेवर अपनाने वाली शिवसेना ने BJP से गठबंधन क्‍यों किया? उद्धव ठाकरे ने पहली बार दिया जवाब

शिवसेना और भाजपा ने सोमवार को घोषणा की कि वे लोग लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ेंगे.

उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा का यह प्रस्ताव उन्हें मंजूर नहीं है कि जिस पार्टी के ज्यादा विधायक होंगे उसका मुख्यमंत्री होगा.(फाइल फोटो)

मुंबई: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार शाम कहा कि वह भाजपा के साथ हाथ मिलाने को इसलिए राजी हुए हैं क्योंकि भगवा पार्टी का अपने गठबंधन सहयोगियों के प्रति व्यवहार में बदलाव आया है. ठाकरे अपने आवास पर शिवसेना कार्यकर्ताओं से बातचीत कर रहे थे. शिवसेना और भाजपा ने सोमवार को घोषणा की कि वे लोग लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ेंगे. ठाकरे ने कहा, ‘‘मैंने महसूस किया कि लोगों के प्रति उनके व्यवहार में बदलाव आया है, इसलिए मैंने भाजपा से हाथ मिलाने का फैसला लिया.’’

  1. शिवसेना ने एक साल पहले अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की
  2. उसके बाद अब भाजपा से गठबंधन पर ठाकरे की हो रही आलोचना
  3. इस कारण शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने रखी अपनी बात

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भाजपा का यह प्रस्ताव उन्हें मंजूर नहीं है कि जिस पार्टी के ज्यादा विधायक होंगे उसका मुख्यमंत्री होगा. उन्होंने कहा, ‘‘मैं शिवसेना का मुख्यमंत्री देखना चाहता हूं. और मैं इसके लिए काम करूंगा.’’ठाकरे ने कहा कि समझौते में मैं जीत चुका हूं और अब असल लड़ाई, चुनाव जीतना है.

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सोशल मीडिया पर उद्धव ठाकरे की खिंचाई
दरअसल उद्धव का गठबंधन संबंधी बयान ऐसे वक्‍त आया है जब भाजपा के साथ शिवसेना के गठबंधन को लेकर सोशल मीडिया पर उद्धव ठाकरे की खिंचाई हो रही है क्योंकि पूर्व में उन्होंने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी. सोमवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ मंच पर आकर सत्तारूढ़ सहयोगियों के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन की घोषणा पर शिवसेना प्रमुख के खिलाफ सोशल मीडिया पर तरह-तरह की बात की गई हैं और उनके नाम उद्धव ठाकरे के प्रारंभिक अक्षरों यू टी को ‘यू टर्न ठाकरे’ करार दिया गया है.

ठाकरे ने जब पिछले साल घोषणा की थी कि शिवसेना आगामी चुनाव अपने दम पर लड़ेगी तो सोशल मीडिया पर उनकी छवि बाघ (जो उनकी पार्टी का प्रतीक चिह्न है) की बनी थी. सोमवार को भाजपा-शिवसेना के बीच गठबंधन की घोषणा के बाद राकांपा की मुंबई इकाई ने ठाकरे के घर के पास बड़े होर्डिंग लगा दिए जिनके जरिए अकेले चुनाव लड़ने की शिवसेना की पूर्व की घोषणा पर ‘‘श्रद्धासुमन’’ अर्पित किए गए.

सोशल मीडिया पर एक टिप्पणी में कहा गया कि ‘अवनी’ बाघिन के मारे जाने के बाद एक और बाघ का शिकार हो गया. कुछ टिप्पणियों में मराठी गीतों के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस को नायक और उद्धव ठाकरे को नायिका के रूप में दिखाया गया है.

 

भाजपा-शिवसेना गठबंधन
इस गठबंधन के तहत महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से भाजपा 25 पर और शिवसेना 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. दोनों पार्टियां इस साल प्रस्तावित 288 सदस्यीय राज्य विधानसभा में बराबर-बराबर सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगी. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि जनभावना यह है कि दोनों दलों को एक साथ आना चाहिए.

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इस गठबंधन के तहत महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से भाजपा 25 पर और शिवसेना 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. (फाइल फोटो)

शाह ने कहा कि भाजपा और शिवसेना गठबंधन महाराष्ट्र में 48 में से कम से कम 45 लोकसभा सीटें जीतेगा. उन्होंने कहा कि भाजपा और शिवसेना के करोड़ों कार्यकर्ता चाहते हैं कि दोनों दलों के बीच गठबंधन हो. शिवसेना भाजपा की सबसे पुरानी सहयोगी है. ठाकरे ने कहा कि राम मंदिर भाजपा और शिवसेना के बीच गठबंधन की साझी डोर है. उन्होंने कहा कि इसे जल्द से जल्द बनाया जाना चाहिए. फडणवीस ने कहा कि भाजपा और शिवसेना राष्ट्रीय विचारधारा वाली पार्टियां हैं जो वृहद लोकहित में एक साथ आए हैं. सैद्धांतिक रूप से दोनों दल हिन्दुत्ववादी हैं.

(इनपुट: एजेंसी भाषा)

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