मोदी से मिले पटनायक, NDA में शामिल होने पर साधी चुप्पी
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मोदी से मिले पटनायक, NDA में शामिल होने पर साधी चुप्पी

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करके अपने राज्य को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की लेकिन अपनी पार्टी बीजद के राजग में शामिल होने संबंधी प्रश्नों के उत्तर से बचते नजर आए।

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नई दिल्ली : ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करके अपने राज्य को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की लेकिन अपनी पार्टी बीजद के राजग में शामिल होने संबंधी प्रश्नों के उत्तर से बचते नजर आए।
लगभग 30 मिनट की बातचीत के बाद उन्होंने संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा कि उनकी मांगों के प्रति मोदी का रवैया ‘काफी सकारात्मक’ था और उम्मीद जताई कि राजग सरकार पिछली संप्रग सरकार की बनिस्बत ओडिशा से बेहतर बर्ताव करेगी।
मोदी से मिलने के बाद नवीन पटनायक ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा, ‘हम सकारात्मक भूमिका निभाएंगे और हम उम्मीद करते हैं कि वे ओडिशा की उचित मांगों पर अनुकूल रवैया अपनाएंगे।’ उन्होंने इन प्रश्नों के उत्तर में उक्त बात कही, जिनमें उनसे पूछा गया था कि क्या बीजद राजग में शामिल होगी और राज्यसभा में उनकी पार्टी का रूख क्या होगा, जहां भाजपा नीत राजग अल्पमत में है। राज्यसभा में बीजद के चार सांसद हैं।
चौथी बार ओडिशा का मुख्यमंत्री बनने के बाद प्रधानमंत्री से पहली भेंट में पटनायक ने अपने राज्य को विशेष राज्य का दर्जा देने का मुद्दा उठाया और साथ ही विवादास्पद पोलावरम परियोजना को रद्द करने की मांग की। इस परियोजना से ओडिशा के मलकानगिरी जिले के 130 गांवों और लाखों हेक्टेयर भूमि के जलमग्न हो जाने का खतरा है।
प्रधानमंत्री से उन्होंने आग्रह किया कि वह मलकानगिरी के जलमग्न होने की ओडिशा की वास्तविक चिंता को समझें और पोलावरम परियोजना को रोकें। उन्होंने कहा, ‘मुझे पूरी उम्मीद है। प्रधानमंत्री हमारी मांग के प्रति काफी सकारात्मक थे।’

बीजद के कुछ सांसदों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘भारत केवल तभी विकास कर सकता है जब राज्य विकास करेंगे।’ मोदी से भेंट के दौरान मुख्यमंत्री ने अपने राज्य के वास्ते 2014-15 के रेल बजट में 3160 करोड़ रूपए आवंटित करने की भी मांग की। इसके अलावा उन्होंने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय पेंशन योजना के लिए पांच लाख अतिरिक्त बीपीएल लाभार्थियों को शामिल करने और पुरी में 2015 के नाबाकालेबर उत्सव के लिए केन्द्र से 1397 करोड़ रूपयों की विशेष सहायता की मांग की। इसके अलावा पटनायक ने कोसाला और हो भाषाओं को संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल करने की भी मांग की। (एजेंसी)

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