जयपुरः राजस्थान की सियासत में आया भूचाल अभी थमा नहीं है. सीएम गहलोत के पांव इस वक्त जहां पड़ रहे हैं वहीं की जमीन रेतीली होकर खिसक जा रही है. कांग्रेसी अमला अभी सचिन पयालट के बगावती सुरों की तोड़ नहीं निकाल पाया है तो उधर मध्य प्रदेश में विधायकों के इस्तीफे का सिलसिला जारी है. कुल मिलाकर कांग्रेस इस वक्त चौतरफा घिरी है.
हर दिग्गज पर तलवार
कांग्रेस के हर दिग्गज के ऊपर तलवार लटक रही है वह भी कच्चे सूत में बंधी हुई, न जाने कब डोर टूटी और गरदन कटी. ऐसा ही कुछ महसूस कर रहे हैं सीएम अशोक गहलोत. अपने डिप्टी सीएम पायलट ने सचिन बनकर ऐसा हेलिकॉप्टर शॉट मारा है कि अभी तक ऊपर तक का धड़ा सकते में है.
दूसरी तरफ इस कमजोर में समय में सीएम गहलोत जिन हाथों का सहारा लेने की सोचते,. आयकर विभाग उन्हें रंगे हाथ पकड़ रहा है और शिकंजा कस रहा है.
आयकर विभाग ने डाली रेड
जानकारी मिली है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबियों के घर से भारी मात्रा में अघोषित रकम बरामद की गई है. आयकर विभाग ने इनके घर से भारी मात्रा में ज्वैलरी भी बरामद की है. इसके अलावा इनके कई लॉकर भी विभाग की जानकारी में आए हैं.
अब विभाग जब्त की गई रकम, ज्वैलरी और लॉकर में बरामद धन की गिनती कर रहा है.
13 जुलाई को मारे थे छपे
दरअसल विभाग ने इसकी पटकथा पांच दिन पहले 13 जुलाई को लिखनी शुरू की थी. इस तारीख को दिल्ली-मुंबई और राजस्थान के अलग अलग जगहों पर 43 ठिकानों पर छापा मारा था, सामने आया कि यह सभी ठिकाने सीएम गहलोत के अति करीबियों के थे.
एक मीडिया रिपोर्ट और सूत्र के मुताबिक आयकर विभाग ने रतनकांत शर्मा, सुनील कोठारी, राजीव अरोड़ा और धर्मेंद्र राठौर को समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है.
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फेयरमाउंट होटल से करोड़ों बरामद
IT ने समन भेजकर जिन रतनकांत शर्मा को बुलाया है, उनके बारे में दिलचस्प है कि वे फेयरमाउंट होटल के मालिक हैं. अपनी सरकार को बचाने के लिए गहलोत ने इसी होटल का चुना था और विधायक लाकर रखे गए हैं. रेड के दौरान इस होटल से करोड़ों रुपये बरामद हुए थे. वहीं आम्रपाली ज्वैलर्स के मालिक को भी समन भेजा गया है.
अब मैदान में सरकार बचाने के लिए खड़े सीएम गहलोत के सामने दोहरी दुविधा है. सरकार बचाएं कि करीबियों को..
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