Hair Color: बालों का रंग काला से सफेद क्यों हो जाता है? जानिए आखिर क्या है इसके पीछे का कारण
Advertisement
trendingNow11687583

Hair Color: बालों का रंग काला से सफेद क्यों हो जाता है? जानिए आखिर क्या है इसके पीछे का कारण

Hair Colour: बालों के सफेद होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे उम्र का बढ़ना, आनुवंशिकता, रोग, तनाव, पोषण की कमी, विटामिन बी-12 की कमी, इत्यादि. लेकिन बात यह है कि काले के बाद इनके रंग सफेद ही क्यों होते हैं.

Hair Color: बालों का रंग काला से सफेद क्यों हो जाता है? जानिए आखिर क्या है इसके पीछे का कारण

Black To White: जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, शरीर में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं. लेकिन इसी कड़ी में तमाम लोगों के बाल भी काले से सफेद हो जाते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्या कारण है कि बालों का रंग काला से सफेद क्यों हो जाता है. इस बारे में एक्सपर्ट्स की राय समझते हैं. एक्सपर्ट्स का मानना है कि वैसे तो जब उम्र बढ़ती है, तो बाल सफेद होने लगते हैं. यह आमतौर पर 30 वर्ष के बाद दिखाई देने लगता है, लेकिन कुछ लोगों में इसकी शुरुआत कम उम्र भी हो सकती है.

मेलेनिन पिग्‍मेंट की वजह से

असल में भारतीय उपमहाद्वीप में अधिकतर लोगों के बालों का कुदरती रंग काला होता हैं. जबकि अन्य जगहों पर कुदरती रंग अलग भी हो सकता है. फिर बढ़ती उम्र के साथ ही बाल सफेद होने लगते हैं. टॉप हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि बालों का कुदरती रंग हेयर फॉलिकल में पाए जाने वाले मेलेनिन पिग्‍मेंट की वजह से होता है. 

एक वजह उम्र भी

रिपोर्ट्स के मुताबिक मेलेनिन दो तरह के होते हैं: इयूमेलेनिन और फियोमेलेनिन. सामान्‍य तौर पर इयूमेलेनिन की वजह से बालों का रंग काला होता है. अगर इयूमेलेनिन की मात्रा कम होगी तो बालों का रंग हल्‍का होगा. किसी भी व्‍यक्ति में मेलेन‍िन का लेवल कम होने के साथ बालों का रंग बदलता भी रहता है. हालांकि, बालों के सफेद या ग्रे होने के पीछे वजह उम्र भी होती है. केमिकल प्रोसेस के जरिए भी बालों का रंग बदला जा सकता है.

और भी कई कारण हैं

एक अन्य एक्सपर्ट्स का मानना है कि बालों में मेलानिन कम बनने या बिल्कुल न बनने की कई वजह हो सकती हैं. इसमें सबसे बड़ी वजह होती है बढ़ती उम्र. उम्र बढ़ने के साथ मेलानिन का प्रोडक्शन कम होने लगता है और इस तरह बाल सफेद होने लगते हैं. लेकिन बढ़ती उम्र अकेली वजह नहीं है, इसके और भी कई कारण हैं.

रोग या मेडिकल स्थितियां

कुछ का यह भी मानना है कि खान-पान ठीक न होने और प्रदूषण समेत अन्‍य कारणों से बाल सफेद होने लगते हैं. बालों के सफेद होने में आनुवंशिकता की भूमिका हो सकती है. अगर आपके परिवार में बालों के सफेद होने के मामले हैं, तो आपको भी इससे प्रभावित होने की संभावना होती है. कुछ रोग या मेडिकल स्थितियां भी बालों के सफेद होने का कारण बन सकती हैं. उदाहरण के लिए, विटिलिगो (vitiligo) नामक एक रोग में, शरीर की कोशिकाओं द्वारा मेलेनिन का उत्पादन करने वाले कोशिकाओं को नष्ट कर दिया जाता है.

हार्मोनल बदलाव

इन सबके अलावा उम्र का बढ़ना, आनुवंशिकता, रोग, तनाव, पोषण की कमी, विटामिन बी-12 की कमी, शरीर में हार्मोनल बदलाव, उच्च शरीरिक या मानसिक तनाव, धूप या धूल के अवरोध का प्रभाव, रासायनिक पदार्थों का संपर्क और अन्य अनियमितताएं भी शामिल हैं.

Trending news