Success Story: पानी पुरी बेचने से लेकर IPL में इतिहास बनाने तक, आंख में आंसू ले देने वाली है इस क्रिकेटर की कहानी
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Success Story: पानी पुरी बेचने से लेकर IPL में इतिहास बनाने तक, आंख में आंसू ले देने वाली है इस क्रिकेटर की कहानी

Yashashvi Jaiswal In IPL: वह कभी अपने पिता के साथ ठेले पर पानीपुरी बेचा करते थे, जिसकी एक तस्वीर आज भी खूब वायरल होती है. जायसवाल ने 2018 में क्रिकेट में डेब्यू किया, जब 17 साल की उम्र में, उन्होंने एक युवा एक दिवसीय टूर्नामेंट में दोहरा शतक लगाया.

 

Success Story: पानी पुरी बेचने से लेकर IPL में इतिहास बनाने तक, आंख में आंसू ले देने वाली है इस क्रिकेटर की कहानी

Yashashvi Jaiswal Success Story: राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलने वाले युवा व विस्फोटक बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल आईपीएल 2023 के सीजन में ताबड़तोड़ परफॉर्मेंस दे रहे हैं. उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ बड़े हिट लगाकर जबरदस्त परफॉर्मेस दी. क्रिकेट की दुनिया में ऐसा कारनामा किया कि हर कोई यशस्वी की तारीफ कर रहा है. केकेआर के खिलाफ बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज ने सिर्फ 13 गेंदों पर अर्धशतक बनाया, जो अब तक की दूसरी सबसे तेज टी20 फिफ्टी है, जबकि आईपीएल इतिहास में सबसे तेज हाफ सेंचुरी बनाने का रिकॉर्ड है.

मुकाम हासिल करने के लिए यशस्वी ने की दिनरात मेहनत

इस सीजन में वह ऑरेंज कैप पाने से महज 2 रन पीछे हैं. पहले नंबर पर आरसीबी के कप्तान फाफ डु प्लेसिस हैं. आरसीबी के कप्तान ने 576 रन बनाए हैं, जबकि जायसवाल के वर्तमान में 575 रन हैं. उन्होंने केकेआर के खिलाफ नाबाद 98 रन बनाएं. यशस्वी आईपीएल 2023 का अपना दूसरा शतक बनाने से चूक गए. टॉप ट्रेंड में आने के बाद उनका कमेंटेटर आकाश चोपड़ा से बात करते हुए उनका एक पुराना इंटरव्यू सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में जायसवाल अपने संघर्ष और कड़ी मेहनत के बारे में भी बात कर रहे हैं.

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ठेले पर कभी पानी पुरी बेचा करते थे यशस्वी

वह कभी अपने पिता के साथ ठेले पर पानीपुरी बेचा करते थे, जिसकी एक तस्वीर आज भी खूब वायरल होती है. जायसवाल ने 2018 में क्रिकेट में डेब्यू किया, जब 17 साल की उम्र में, उन्होंने एक युवा एक दिवसीय टूर्नामेंट में दोहरा शतक लगाया. जायसवाल एक मामूली परिवार से आते हैं और यहां तक कि मुंबई में आजाद मैदान के बाहर पानी पुरी और फल बेचकर रोजी-रोटी कमाते थे. उन्होंने बताया कि वह कई बार तो खाली पेट सो जाते हैं. उत्तर प्रदेश के भदोही गांव में पैदा हुए जायसवाल ने क्रिकेटर बनने के अपने लक्ष्य का पीछा करने के लिए 11 साल की उम्र में मुंबई पहुंच गए.

अंडर-19 वर्ल्डकप में चुना गया था प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट

यशस्वी जायसवाल अपने ट्रेंनिंग के दिनों में टेंट में रहते थे. उन्होंने शीर्ष तक पहुंचने के लिए अपने जीवन में भारी बाधाओं को पार किया है. वह भारत के अंडर-19 विश्व कप 2020 कैंपेन की कहानियों में से एक थे, और बहुत कम लोग जानते हैं कि उन्होंने क्या हासिल किया है. यशस्वी जायसवाल के करियर ने तब उड़ान भरी जब कोच ज्वाला सिंह ने उन्हें आजाद मैदान में पहचान लिया. अंडर-19 वर्ल्ड कप में जायसवाल ने 400 रन बनाए, जिसमें एक शतक और चार अर्धशतक शामिल हैं. पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन के लिए जायसवाल को 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' चुना गया.

राजस्थान रॉयल्स ने जायसवाल को 2.4 करोड़ रुपये में साइन किया. जायसवाल को अगले सीजन के लिए रिटेन रखा गया था, और नए कप्तान संजू सैमसन के तहत, उनके पास अपनी प्रतिभा दिखाने का अधिक अवसर था. युवा क्रिकेटर ने अपने शानदार स्ट्रोकप्ले और इरादे से सभी को चकित कर दिया, वह चाहे फास्ट गेंदबाज हो या फिर स्पिन के खिलाफ हो.

 

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