Advertisement
trendingPhotos912966
photoDetails1hindi

पाकिस्तान: 19 साल की उम्र में एवरेस्ट फतह, शेहरोज कासिफ की मुस्लिम दुनिया में हो रही चर्चा

कासिफ ने 15 साल की उम्र में 5800 मीटर ऊंचे खुरदो पिन पास, 17 साल की उम्र में ब्रॉड पीक और 18 साल की उम्र में 6050 मीटर ऊंचे खूसर गैंग को फतह कर लिया था. 

युवा एवरेस्ट विजेता

1/6
युवा एवरेस्ट विजेता

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में इन दिनो शेहरोज कासिफ नाम के युवा की खूब चर्चा है. वजह है, कम उम्र में ही दुनिया के सबसे ऊंचे पहाड़ों को फतह करना. पिछले महीने ही शेहरोज ने महज 19 साल की उम्र में माउंट एवरेस्ट को फतह कर लिया. माउंट एवरेस्ट को माउंट सिकदर भी कहा जाता है.

सबसे युवा पाकिस्तानी एवरेस्ट विजेता

2/6
सबसे युवा पाकिस्तानी एवरेस्ट विजेता

कासिफ सबसे कम उम्र के पाकिस्तानी हैं, जिन्होंने एवरेस्ट को फतह किया है. हालांकि भारत में अर्जुन वाजपेयी महज 16 साल की उम्र में ही एवरेस्ट फतह कर चुके हैं, वो भी साल 2010 में ही. कासिफ कम उम्र के मामले में दुनिया के चौथे एवरेस्ट विजेता हैं.

 

ब्रॉड बॉय नाम से मशहूर हैं कासिफ

3/6
ब्रॉड बॉय नाम से मशहूर हैं कासिफ

कासिफ महज 17 साल की उम्र में ब्रॉड पीक पर चढ़ चुके हैं. ये 8047 मीटर ऊंचा है. इस लिए ब्रॉड बॉय नाम से मशहूर भी हैं. ब्रॉड पीक को सबसे मुश्किल चढ़ाइयों में से एक माना जाता है.

नेपाल के लॉक डाउन में फंसे थे कासिफ

4/6
नेपाल के लॉक डाउन में फंसे थे कासिफ

एवरेस्ट फतह करने के बाद कासिफ को नेपाल में 15 दिन लॉक डाउन में भी बिताना पड़ा था. उन्होंने महज 11 साल की उम्र से ही पहाड़ों को फतह करना शुरू कर दिया था. शेहरोज कासिफ का कहना है कि उन्होंने 11 साल की उम्र में ही मकरा पीक को फतह कर लिया था, जिसकी उंचाई 3885 मीटर है. 

कई चोटियों को कर चुके हैं फतह

5/6
कई चोटियों को कर चुके हैं फतह

शेहरोज कासिफ ने 12 की उम्र में 4080 मीटर ऊंचा मूसा का मुसल्ला, उसी साल 4600 मीटर ऊंचे चम्बरा पीक, 13 साल की उम्र में 6050 मीटर ऊंताे मांगलिक सार, 14 साल की उम्र में के2 के बेस कैंप गूंडोगोरो ला को फतह कर लिया था.

और भी हैं उपलब्धियां

6/6
और भी हैं उपलब्धियां

कासिफ ने 15 साल की उम्र में 5800 मीटर ऊंचे खुरदो पिन पास, 17 साल की उम्र में ब्रॉड पीक और 18 साल की उम्र में 6050 मीटर ऊंचे खूसर गैंग को फतह कर लिया था. कासिफ का कहना है कि स्कूल के दिनों से ही ऊंचे पहाड़ उन्हें आकर्षित करते रहे हैं. हालांकि उन्हें मलाल है कि पाकिस्तानी रिकॉर्ड होल्डर होने के बावजूद उन्हें सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं मिली.

ट्रेन्डिंग फोटोज़