Noble Prize: नोबल पुरस्कार दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित अवार्ड में से एक है, इसे हर साल साइंस के अलग अलग क्षेत्रों में दिया जाता है. यहां पर हम कुछ ऐसे वैज्ञानिकों का जिक्र करेंगे जिनके आविष्कार की दुनिया ऋणी है लेकिन जब नोबल पुरस्कार देने की बात आई तो एक तरह से उनके योगदान को भुला दिया गया. यहां इन वैज्ञानिकों का जिक्र इसलिए भी जरूरी हो जाता है क्योंकि हाल ही में नोबल पुरस्कारों का ऐलान किया गया था.
अल्फ्रेड नोबल के नाम पर दुनिया भर के चुनिंदा वैज्ञानिकों को पुरस्कार दिया जाता है.
विक्रम साराभाई को भारतीय स्पेस साइंस का जनक माना जाता है, उन्होंने स्पेस के क्षेत्र में ना सिर्फ भारत बल्कि दुनिया को भी बहुत कुछ दिया हालांकि इन्हें भी नोबल पुरस्कार नहीं मिला.
इस अमेरिकी आविष्कारक के नाम कई तरह के आविष्कार हैं मसलन फोनोग्राफ, लाइट बल्ब और मोशन पिक्चर की खोज की थी लेकिन नोबल प्राइज नहीं मिला.
डीएनए स्ट्रक्चर के क्षेत्र में यानी जीन के बारे में इन्होंने दुनिया को खास जानकारी दी लेकिन बात जब नोबल प्राइज देने की आई तो इनके योगदान को भुला दिया गया
एसी. इलेक्ट्रिकल सिस्टम और वायरलेस टेक्नॉलजी के क्षेत्र में निकोल टेस्ला का खास नाम है. हालांकि इन्हें भी नोबल पुरस्कार नहीं मिल पाया
स्पेस साइंस के क्षेत्र में इन्होंने पल्सर के रहस्य को सुलझाया था. उनकी खोज के लिए मार्डन स्पेस साइंस ऋणी भी है लेकिन इन्हें भी नोबल पुरस्कार नहीं मिल सका.
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