लंदन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात का दावा किया गया है कि चुनाव में इस्तेमाल होने वाली ईवीएम पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं. इन्हें हैक किया जा सकता है.
Trending Photos
मुंबई : 2014 में हुए लोकसभा चुनावों में ईवीएम हैकिंग की जानकारी होने के कारण भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता गोपीनाथ मुंडे की हत्या का साइबर विशेषज्ञ द्वारा दावा किए जाने के बाद बीजेपी नेता के भतीजे और राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता धनंजय मुंडे ने सोमवार को मामले की जांच रॉ या सुप्रीम कोर्ट के जज से कराने की मांग की है. महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता मुंडे ने अमेरिका में रह रहे भारतीय स्वयंभू साइबर विशेषज्ञ के दावे पर आश्चर्य जताया है.
उन्होंने कहा कि गोपीनाथ मुंडे से प्रेम करने वालों ने उनकी मृत्यु पर हमेशा सवाल उठाया है. उन्होंने पूछा है कि यह दुर्घटना थी या कोई साजिश. 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को जीत मिलने के कुछ ही सप्ताह के भीतर दिल्ली में एक सड़क दुर्घटना में गोपीनाथ मुंडे की मृत्यु हो गई थी.
A cyber expert has made a sensational claim that former Union Minister Late Gopinathrao Munde saheb was murdered. This claim needs immediate attention and investigation from RAW/Supreme Court, as it is directly linked to the death of mass leader. #EVMHacking 1/2
— Dhananjay Munde (@dhananjay_munde) January 21, 2019
राकांपा नेता ने ट्वीट किया है, 'एक साइबर विशेषज्ञ ने सनसनीखेज दावा किया है कि गोपीनाथ राव मुंडे साहेब की हत्या की गई. इन दावों की तुरंत रॉ/उच्चतम न्यायालय से जांच कराने की जरूरत है, क्योंकि यह एक जननेता से जुड़ा मामला है.'
Everybody who followed Munde saheb's leadership and loved him had raised questions about his death. After today's revelation, the doubt has been addressed. If the claim of #EVMHacking is true, then it also violate the norms of the biggest democracy of the world. 2/2
— Dhananjay Munde (@dhananjay_munde) January 21, 2019
शुजा ने किया था मुंडे की हत्या का दावा
सैयद शुजा ने दावा किया था कि बीजेपी नेता और तत्कालीन केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की हत्या की गई, क्योंकि उन्हें 2014 के आम चुनावों में ईवीएम को हैक किये जाने के बारे में जानकारी थी. मुंडे की मई 2014 में बीजेपी के सत्ता में आने के कुछ सप्ताह बाद ही नई दिल्ली में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी.
शुजा ने यह भी दावा किया कि मुंडे की मौत की जांच कर रहे एनआईए अधिकारी तंजील अहमद इस बात का पता लगने के बाद हत्या का मामला दर्ज करने की योजना बना रहे थे, लेकिन उन्हीं की हत्या हो गई.
लंदन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात का दावा किया गया है कि चुनाव में इस्तेमाल होने वाली ईवीएम पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं. इन्हें हैक किया जा सकता है. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को करने वाले सैयद सूजा ने कहा, ईवीएम को लेकर भारत में बड़ी साजिश हो रही है. बड़ी बात यह है कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के नेता कपिल सिब्बल भी पहुंचे.
बीजेपी ने इस पर कांग्रेस पर निशाना साधा.
शुजा ने कई दलों पर लगाया आरोप
स्काइप के जरिये लंदन में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सैयद शुजा ने दावा किया कि बीजेपी के अलावा सपा, बसपा, आप और कांग्रेस भी ईवीएम के जरिये धांधली में शामिल है. बीजेपी के प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा, कांग्रेस विदेश ताकतों के हाथों में खेल रही है. वहीं चुनाव आयोग ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को पूरी तरह सुरक्षित बताया.
चुनाव आयोग ने EVM हैकिंग के दावे को किया खारिज
इन दावों को खारिज करते हुए चुनाव आयोग ने कहा कि वह अपनी मशीनों की पुख्ता प्रकृति के बारे में अनुभवजनित तथ्यों पर पूरी तरह कायम है और वह इस बात पर विचार कर रहा है कि मामले में क्या कानूनी कार्रवाई की जा सकती है और क्या कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिये. शुजा ने दावा किया कि वह ईसीआईएल में एक टीम का हिस्सा थे.
जेटली ने कांग्रेस पर साधा निशाना
वहीं, इस पूरे मामले पर वित्ती मंत्री अरूण जेटली ने ट्वीट कर कहा, 'क्या चुनाव आयोग और ईवीएम के निर्माण, प्रोगामिंग तथा चुनाव कराने में शामिल लाखों कर्मचारियों की भाजपा के साथ साठगांठ थी - यह पूरी तरह से बकवास है.' उन्होंने कहा कि क्या कांग्रेस को लगता है कि लोग इतनी आसानी से धोखा खाने वाले हैं कि वे किसी भी कूड़े को निगल लेंगे ? कांग्रेस पार्टी में मूर्खता संक्रामक होती जा रही है.
(भाषा इनपुट)