Bihar News: बिहार की तीन प्रमुख सत्ताधारी दल वीआईपी, हम व जदयू ने साथ मिलकर यूपी में चुनाव लड़ने का मन बना लिया है.
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Patna: उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव है लेकिन मतदान को लेकर रणनीति बनाने का काम काफी अरसे से राजनीतिक पार्टियां कर रही हैं. कौन सी पार्टी किसका साथ देगी. कौन सी पार्टी के साथ सीटों का बंटवारा करेगी ये वक्त के साथ धीरे-धीरे ही साफ हो पाएगा.
बिहार सरकार में साथ सत्ता का सुख भोग रही JDU, VIP और HAM भी इस बार यूपी के चुनावी महासमर में गोते लगाने की तैयारी में है लेकिन ये सभी पार्टियां गठजोड़ के साथ मैदान में उतरेंगी या फिर किसी दूसरी रणनीति के तहत अपना भविष्य आजमाएंगी इसका फैसला अभी नहीं हो पाया है.
इस बीच कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर बीजेपी जेडीयू, वीआईपी और हम को मौका देगी तो ये साथ ही चुनाव लड़ेंगे. अगर बीजेपी साथ नहीं देती है तो JDU, VIP और HAM साथ मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं. बता दें कि उत्तर प्रदेश में करीब 14 प्रतिशत निषाद समाज है जिसे वीआईपी साधने में लगी है. इस बार VIP किसी भी हाल में पीछे हटना नहीं चाहती है.
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VIP जानती है कि अगर पार्टी को आगे बढ़ाना हो तो बिहार के बाहर भी अपने पत्ते बिछाने होंगे. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार सरकार में मंत्री मुकेश सहनी अलग-अलग शहरों के लोगों से मुलाकात करने में लगे हैं.
ऐसा इसलिए ताकि उनकी तरफ से बिसात बिछाने में कोई कमी ना रह जाएं. वहीं, इन सभी पार्टियों के अलग चुनाव लड़ने की आहट से विपक्षियों को इन पर हमला बोलने का मौका भी जरूर मिल गया है. आरजेडी का कहना है कि HAM, VIP और JDU का BJP से कुछ ठीक नहीं चल रहा है. आज बिहार में तीसरे नंबर की पार्टी JDU के नेता मुख्यमंत्री की कुर्सी पर आश्रित है और पांचवें छठे नंबर की पार्टी चुनाव लड़ने की बात कर रही है.
वहीं, कांग्रेस ने इसे एनडीए का अंदरूनी मामला बताते हुए दोनों पार्टियों के बीच में समन्वय का अभाव बताया है. जबकि बीजेपी की ओर से नपा तुला बयान आया है.बीजेपी का कहना है कि अलग-अलग पार्टियों के अलग-अलग नीति और सिद्धांत हैं. किसी पार्टी में कोई मतभेद नहीं है. जेडीयू ने साफ कर दिया है कि वो इस बार यूपी में इलेक्शन लड़ने की पूरी तैयारी में हैं. परिणामों में उन्हें सफलता ही मिलने वाली है.
(इनपुट- रुपेंद्र श्रीवास्तव)