Panchayat Chunav: समाजवादी पार्टी से पिछड़ी BJP, गढ़ में भी मिली शिकस्त, निर्दलियों का बोलबाला
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Panchayat Chunav: समाजवादी पार्टी से पिछड़ी BJP, गढ़ में भी मिली शिकस्त, निर्दलियों का बोलबाला

भाजपा समर्थित प्रत्याशियों को लखनऊ से लेकर वाराणसी तक शिकस्त झेलनी पड़ी है. यही नहीं अयोध्या में भी समाजवादी पार्टी ने 40 में से 24 सीटें जीतकर झंडा बुलंद किया है. वहीं पश्चिमी यूपी में राष्ट्रीय लोक दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ने से सपा को फायदा मिला है. 

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (L), मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में सत्ताधारी भाजपा मुख्य विपक्षी पार्टी सपा से पिछड़ गई है. साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले ये नतीजे समाजवादी पार्टी को नई ऊर्जा देने वाले तो भाजपा के लिए थोड़ा निराशाजनक हैं. राज्य के 75 जिला पंचायतों की 3050 सीटों के नतीजों में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी के मुकाबले बेहतर प्रदेर्शन किया है.

अयोध्या-मथुरा-काशी में भी भाजपा पर भारी सपा
भाजपा समर्थित प्रत्याशियों को लखनऊ से लेकर वाराणसी तक शिकस्त झेलनी पड़ी है. यही नहीं अयोध्या में भी समाजवादी पार्टी ने 40 में से 24 सीटें जीतकर झंडा बुलंद किया है. वहीं पश्चिमी यूपी में राष्ट्रीय लोक दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ने से सपा को फायदा मिला है. एक निजी चैनल के आंकड़ों के मुताबिक 3050 सीटों के नतीजों में सपा समर्थित 779 प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है. 

वहीं बीजेपी समर्थित 579 उम्मीदवारों को विजश्री हासिल हुई है. अन्य 1272 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों को सफलता मिली है. इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) समर्थित 361 प्रत्याशी जीत दर्ज करने में सफल रहे हैं. वहीं कांग्रेस समर्थित सिर्फ 59 प्रत्याशी ही जीत दर्ज करने में सफल रहे हैं. भाजपा को अपने गढ़ अयोध्या, वाराणसी, मथुरा और प्रयागराज में शिकस्त मिली है. अयोध्या जिला पंचायत की 40 में से 24 सीटों पर सपा समर्थित प्रत्याशी जीते हैं. 

वाराणसी में भी सपा ने भाजपा को दी शिकस्त
वहीं वाराणसी जिला पंचायत की 40 सीटों में से बीजेपी के खाते में सिर्फ 7 सीटें आई हैं. यहां 15 सीटों पर समाजवादी पार्टी समर्थित प्रत्याशी जीते हैं. बसपा ने 5, अपना दल एस को 3, सुभासपा और आम आदमी पार्टी को 1-1 सीटें मिली हैं. लखनऊ में जिला पंचायत की 25 सीटों में से भाजपा को सिर्फ 3 सीटें मिली हैं. वहीं सपा को 10, बीएसपी को 5 और निर्दलीय/अन्य को 7 सीटें हासिल हुई हैं. 

बाराबंकी की 57 में से 24 सीटें सपा ने जीती हैं. यहां बीजेपी को सिर्फ 14 सीटें ही हासिल हुईं. कानपुर जिला पंचायत में सपा को 11, जबकि भाजपा को सिर्फ 8 सीटों पर जीत हासिल हुई है. मथुरा जिला पंचायत की 33 में से 12 सीटों पर बीएसपी जीती है. बीजेपी को यहां 8 सीटें मिली हैं, जबकि सपा-आरएलडी गठबंधन समर्थित 8 प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है. इसी तरह प्रयागराज जिला पंचायत की 84 में से 25 सीटों पर सपा ने जीत हासिल की है. भाजपा समर्थित 15 उम्मीदवार जीत दर्ज करने में सफल रहे हैं.

गोरखपुर में भाजपा को सपा से कड़ी टक्कर मिली
सीएम योगी आदित्यनाथ के गृह क्षेत्र गोरखपुर में भाजपा को सपा से कड़ी टक्कर मिली है. यहां जिला पंचायत की 68 में से 20 सीटों पर सपा और 20 पर भाजपा समर्थित प्रत्याशी जीते हैं. यहां आम आदमी पार्टी ने एक सीट जीती है. वहीं बीएसपी को 2 और 25 सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों को जीत हासिल हुई है. देवरिया जिला पंचायत की 56 में से 27 सीटों पर सपा समर्थित उम्मीदवार जीते हैं. भाजपा को सिर्फ 6 सीटें मिली हैं.

मिर्जापुर की 44 में से 11 सीटों पर सपा जीती है, भाजपा को महज 5 सीटें मिली हैं. यहां बीएसपी को 6, अपना दल एस को 4, कांग्रेस को 2 और निर्दलीयों को 14 सीटें मिली हैं. चंदौली की 35 में से 14 सीटें सपा ने जीती हैं. यहां बीजेपी को 8 सीटों से संतोष करना पड़ा है. इटावा जिला पंचायत की 24 सीटों में से 20 पर सपा और शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) को जीत मिली है. यहां भाजपा और बीएसपी को 1-1 सीट मिल सकी है.

आजमगढ़ जिला पंचायत की 84 में से 25 सीटों पर सपा जीती है। यहां 26 सीटों पर निर्दलीय जीते हैं। वहीं बीएसपी को 14 और बीजेपी को 10 सीटें मिली हैं. यूपी में किसान आंदोलन का केंद्र रहे मेरठ, बागपत, सहारनपुर, शामली, मथुरा, अलीगढ़ जैसे जिलों में बीजेपी काफी कम सीट हासिल कर पाई. वेस्ट यूपी की राजधानी कहे जाने वाले मेरठ के 33 वॉर्डों में भाजपा समर्थित सिर्फ 6 प्रत्याशी जीते हैं. सपा के 7, बीएसपी के 9 और आरएलडी के 6 उम्मीदवारों को जीत मिली है.

मुजफ्फरनगर में भाजपा ने ठीक ठाक प्रदर्शन 
मुजफ्फरनगर में भाजपा ने ठीक ठाक प्रदर्शन किया है. यहां जिला पंचायत की 43 सीटों में बीजेपी को 13, आरएलडी को 3, बीएसपी को 3, आजाद समाज पार्टी को 6 और अन्य को 18 सीटों पर जीत मिली. सपा का यहां खाता नहीं खुला है. बिजनौर-बागपत में सपा और आरएलडी गठबंधन ने भाजपा को पछाड़ दिया है. बिजनौर में सपा को 20, आरएलडी को 3, किसान कैंडिडेट को 2, बीएसपी को 10 और बीजेपी को 8 सीटें मिलीं हैं. बाकी पर निर्दलीय जीते हैं.

बागपत में जिला पंचायत के बीस वॉर्डों में से 8 पर आरएलडी, 4-4 पर बीजेपी और सपा, 1 पर बीएसपी और 3 पर निर्दलीय जीते हैं. शामली में 19 सीटों में से भाजपा के खाते में 4, आरएलडी के खाते में 5, सपा को 2 और बाकी पर निर्दलीय जीते हैं. 
सहारनपुर में बीएसपी ने 18 और भाजपा ने 14 सीटें जीतीं हैं. पूरे यूपी में कांग्रेस का यहां सबसे अच्छा प्रदर्शन रहा है और उसके 13 प्रत्याशी जीते हैं.

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