Rahu-Ketu Remedies: देवी पूजा से भी दूर होता है राहु-केतु का कष्ट, करें ये महाउपाय
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Rahu-Ketu Remedies: देवी पूजा से भी दूर होता है राहु-केतु का कष्ट, करें ये महाउपाय

यदि आपके जीवन में राहु-केतु (Rahu-Ketu) के कारण परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं तो आप नवरात्रि (Navratri) में शक्ति की विशेष रूप से साधना करें. इससे आपको शुभ फल जरूर प्राप्त होगा और जीवन से सभी तरह के कष्ट भी मिट जाएंगे.

प्रतीकात्मक फोटो

नई दिल्ली: ज्योतिष में राहु और केतु (Rahu-Ketu) को छाया ग्रह माना गया है. इनका अपना कोई अस्तित्व नहीं है. छाया ग्रह होने के बावजूद ये मानव जीवन को बहुत प्रभावित करते हैं. यदि किसी जातक की कुंडली में राहु-केतु अशुभ प्रभाव में हों तो वे अपनी दशा-मुक्ति में कष्ट देते हैं, लेकिन यदि शुभ प्रभाव में हों तो ये जातक को बुलंदियों तक भी ले जाते हैं.

  1. राहु और केतु के लिए देवी पूजन अत्यंत प्रभावी उपाय है
  2. नवरात्रि में प्रतिदिन नहाने के पानी में चंदन मिलाकर स्नान करें
  3. राहु के लिए मां ब्रह्मचारिणी और केतु के लिए मां चंद्रघंटा की पूजा करें

कैसे मिटाएं राहु-केतु के दोष
यदि आपकी कुंडली में बैठकर राहु रोड़े अटकाने का काम कर रहा है और आप केतु के कारण होने वाले कष्टों से परेशान हैं तो आपको नीचे दिए गए उपाय एक बार जरूर करने चाहिए.

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1. नवरात्रि के 9 दिनों में शक्ति की साधना से सिर्फ आपकी 9 मनोकामनाएं ही नहीं पूर्ण होती हैं, बल्कि 9 ग्रहों से संबंधित दोष भी दूर होते हैं. यदि आपके जीवन में राहु-केतु के कारण परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं तो आप शक्ति की विशेष रूप से साधना करें. देवी सरस्वती की पूजा करने से राहु के अशुभ तत्व दूर होते हैं और शुभ तत्वों की प्राप्ति होती है.
2. राहु और केतु छाया ग्रह माने गए हैं. इन दोनों को शांत करने के लिए देवी पूजन अत्यंत प्रभावी उपाय है क्योंकि देवी दुर्गा को छायारूपेण कहा गया है.

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3. यदि आपकी कुंडली में राहु जनित दोष है तो उसे दूर करने के लिए नवरात्रि में मां ब्रह्मचारिणी की और केतु संबंधी कष्टों से मुक्ति पाने और शुभ फलों की प्राप्ति के लिए मां चंद्रघंटा की पूजा विशेष रूप से करनी चाहिए.
4. नवरात्रि में प्रतिदिन नहाने के पानी में चंदन मिलाकर स्नान करें. इस उपाय से राहु संबंधी कष्ट दूर होते हैं. यदि संभव हो तो इस उपाय को नवरात्रि के बाद तीन महीने तक लगातार करें.
5. देवी पूजन के अलावा आप भगवान शिव और हनुमान जी की उपासना करके भी राहु-केतु संबंधी दोषों को दूर कर सकते हैं. शिव सहस्त्रनाम और हनुमान सहस्त्रनाम का नित्य पाठ करने से राहु-केतु ग्रह संबंधी पीड़ा शांत हो जाती है.

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6. भगवान नरसिंह या भगवान भैरव की पूजा, स्तुति एवं दर्शन मात्र से राहु-केतु संबंधी कष्टों को दूर करने में चमत्कारिक रूप से लाभ होता है.
7. यदि आपके जीवन में राहु-केतु ने बहुत ज्यादा उथल-पुथल मचा रखी है और आप अत्यधिक परेशान हैं तो उसके दुष्प्रभाव से बचने के लिए किसी योग्य ब्राह्मण से महामृत्युंजय मंत्र का विशेष रूप से जाप करवाएं. यह उपाय भी अत्यंत ही प्रभावी है.

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