Kharmas 2024: आज से खरमास शुरू, एक महीने तक भूलकर भी ना करें ये 5 काम, उठाना पड़ सकता है नुकसान
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Kharmas 2024: आज से खरमास शुरू, एक महीने तक भूलकर भी ना करें ये 5 काम, उठाना पड़ सकता है नुकसान

Kharmas 2024: आज से खरमास शुरु हो रहा है जो कि 14 जनवरी 2025 को खत्म होगा. ऐसे में इस दौरान क्या नहीं करना चाहिए, आइए जानते हैं.

 

Kharmas 2024: आज से खरमास शुरू, एक महीने तक भूलकर भी ना करें ये 5 काम, उठाना पड़ सकता है नुकसान

Kharmas 2024 Donts: सनातन धर्म में किसी भी शुभ कार्य के लिए मुहूर्त को विशेष महत्व दिया जाता है. शादी-विवाह, सगाई, मुंडन, गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्यों के लिए विशेष मुहूर्त देखा जाता है. वहीं, कुछ अवसर ऐसी भी होती है जब इन शुभ कार्यों को मनाही होती है. शास्त्रों में खरमास में एक महीने तक शुभ कार्य वर्जित रहते हैं. वैदिक पंचांग के अनुसार, खरमास की शुरुआत 15 दिसंबर से हो रही है. जबकि, खरमास का समापन 14 जनवरी को होगा. खरमास में विशेष तौर पर कुछ कार्यों को करने की मनाही है. ऐसे में आइए जानते हैं कि खरमास में किन कार्यों को नहीं करना चाहिए. 

कब लगता है खरमास

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य देव जब धनु राशि में प्रवेश करते हैं तो उसे धनु संक्रांति कहा जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, एक वर्ष में 12 संक्रांति पड़ती है. जब सूर्य धनु और मीन राशि में प्रवेश करते हैं तो खरमास लगता है.

क्यों बंद रहते हैं शुभ कार्य

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरु ग्रह धनु राशि का स्वामी है. गुरु का स्वराशि में प्रवेश करना अच्छा नहीं कहा गया है. ऐसा होने पर सूर्य का तेज कम पड़ जाता है. ऐसे में सूर्य का तेज जब मलिन हो जाता है तो इसे मलमास या खरमास कहते हैं. सूर्य के कमजोर हो जाता है तो इस महीने में शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. 

खरमास में भूलकर भी ना करें ये काम

खरमास की अवधि में शादी-विवाह, मुंडन, सगाई, गृह प्रवेश इत्यादि शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं. 

खरमास के दौरान नए मकान का निर्माण के अलावा किसी प्रकार की संपत्ति नहीं खरीदी जाती है. 

खरमास के दौरान कोई भी नया कार्य का नया व्यवसाय नहीं शुरू करना चाहिए. खरमास के दौरान नया बिजनेस शुरू करना आर्थिक मुश्किलों को जन्म देता है. 

खरमास के दौरान कर्णभेद, द्विरागमन या मुंडन संस्कार भी निषेध माने गए हैं. इस अवधि में किए गए कार्यों से रिश्ते बिगड़ने की संभावना रहती है. 

खरमास में किसी भी प्रकार का नया धार्मिक अनुष्ठान नहीं करना चाहिए. हालांकि, रोजाना किए जाने वाले पूजा-पाठ की पाबंदी नहीं है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

 

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