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Putrada Ekadashi 2024: सनातन धर्म में एकदाशी तिथि का विशेष महत्व है. कहते हैं कि इस दिन श्री हरि की पूजा-अर्चना के साथ कुछ विशेष उपाय करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. साथ ही, व्यक्ति को मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है. पौष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 21 जनवरी के दिन पड़ रही है. पौष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जाता है. इस बार पुत्रदा एकादशी पर 5 शुभ संयोग बन रहे हैं, जो समृद्धिदायक होगा.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पुत्रदा एकादशी पर व्रत करने वालों को मां लक्ष्मी और श्री हि का आशीर्वाद मिलता है. साथ ही, भगवान की कृपा से घर में सुख-शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है. मान्यता है कि एकादशी पाप कर्मों से मुक्ति दिलाने वाला व्रत माना जाता है. इस दिन व्रत रखने से व्यक्ति को सभी संकटों से मुक्ति मिलती है और श्री हरि की कृपा से व्यक्ति के सारे दोष खत्म हो जाते हैं. मृत्यु के बाद व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है. संतान सुख की कामना के लिए पौष पुत्रदा एकादशी व्रत को बहुत खास माना गया है. इस बार कई दुर्लभ संयोग बन रहे हैं, ऐसे में अगर आप इस दिन व्रत रखते हैं, तो पूजा-व्रत का दोगुना फल मिलेगा. जानें शुभ योग, मुहूर्त और महत्व के बारे में.
पौष पुत्रदा एकादशी पर बन रहे हैं ये शुभ योग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पौष पुत्रदा एकादशी के दिन 5 दुर्लभ संयोग बन रहे हैं, जिन्हें बहुत ही शुभ माना जा रहा है. बता दें कि इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, ब्रह्म योग, शुक्ल योग और त्रिग्रही योग का संयोग बन रहा है.
शुभ योग का सही समय
- सर्वार्थ सिद्धि योग - प्रात: 03.09 - सुबह 07.14 (21 जनवरी 2024)
- ब्रह्म योग - 21 जनवरी सुबह 10:02 से लेकर 22 जनवरी सुबह 08:47 बजे तक रहेगा.
- शुक्ल योग - 20 जनवरी रात 07.26 बजे से शुरू होकर 21 जनवरी रात 07.26 बजे तक रहेगा.
- अमृत सिद्धि योग - प्रात: 03.09 बजे से सुबह 07.14 (21 जनवरी 2024)
- त्रिग्रही योग - बता दें कि इस दिन धनु राशि में तीन ग्रह बुध, मंगल और शुक्र ग्रह विराजमान रहेंगे. इससे त्रिग्रही योग का निर्माण हो रहा है. ऐसे में इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की खास कृपा रहने वाली है.
पौष पुत्रदा एकादशी के दिन करें ये उपाय
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पुत्रदा एकदाशी के दिन तुलसी की माला से 'ओम् देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते, देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः' मंत्र का कम से कम 5 माला जाप करें. बता दें कि ये संतान गोपाल मंत्र संतान प्राप्ति के लिए बहुत लाभकारी है.
- बता दें कि पुत्रदा एकादशी के दिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें. इसका पाठ करने से घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और परिवार में खुशहाली आती है.
- पौष पुत्रदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु को पूले रंग के फूलों की माला अर्पित करें. इतना ही नहीं, श्री हरि को चंदन का तिलक मस्तक पर लगाएं. इससे शुभ फलों की प्राप्ति होती है. इसके बाद स्वयं अपने मस्तक पर लगाएं. इससे व्यक्ति को मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)