आपकी बीमारियों का ग्रहों से भी है कनेक्शन, इस बारे में क्या कहता है ज्योतिष शास्त्र जानें
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आपकी बीमारियों का ग्रहों से भी है कनेक्शन, इस बारे में क्या कहता है ज्योतिष शास्त्र जानें

ज्योतिष शास्त्र की मानें तो ग्रहों की चाल और उनकी स्थिति का हमारे जीवन पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कोई न कोई असर जरूर पड़ता है. ग्रहों का व्यक्ति को होने वाली बीमारियों से क्या संबंध है, जानें.

ग्रहों का बीमारियों से संबंध

नई दिल्ली: सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु और केतु- ये नौ ग्रह हैं और हमारा जीवन इन ग्रहों की चाल और शुभ-अशुभ स्थिति पर बहुत हद तक निर्भर करता है. अगर किसी व्यक्ति की कुंडली (Kundli) में मौजूद ग्रह मजबूत हों तो उस ग्रह से संबंधित अच्छे फल की प्राप्ति होती है. लेकिन अगर ग्रह कमजोर हों तो व्यक्ति को बुरे या नकारात्मक परिणाम (Negative Result) भी मिल सकते हैं. इन्हीं में से एक समस्या बीमारियों की भी है. ज्योतिष शास्त्रों की मानें तो छोटी हो या बड़ी, हर बीमारी इन नौ ग्रहों से संबंध रखती है. इस बारे में हमने बात की ऐस्ट्रोलॉजर संदीप कोचर से और जानना चाहा कि आखिर कुंडली में किस ग्रह की कमजोर स्थिति या खराबी की वजह से कौन सी बीमारी होती है.

  1. किस ग्रह के कारण हो सकती है कौन सी बीमारी
  2. सूर्य, चंद्रमा समेत 9 ग्रहों का रोगों से है कोई न कोई संबंध
  3. कुंडली में ग्रह कमजोर या खराब हों तो होती हैं बीमारियां

1. सूर्य से संबंधित बीमारियां
ज्योतिष शास्त्र में सूर्य (Sun) को ग्रहों का राजा माना गया है और इसलिए ग्रह च्रक में इसे सबसे अहम स्थान हासिल है. ऐस्ट्रोलॉजर संदीप जी की मानें तो सूर्य अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में कमजोर या खराब हो तो उस व्यक्ति को आंख, सिर और हड्डी से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं. इसके अलावा हृदय रोग और पाचन तंत्र की बीमारियों के लिए भी सूर्य ही जिम्मेदार होता है. 

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2. चंद्रमा से संबंधित रोग
चंद्रमा (Moon) एक शीतल ग्रह है और उसका संबंध व्यक्ति के मन और सोच से है. इसलिए अगर कुंडली में चंद्रमा कमजोर हो तो व्यक्ति को खांसी-जुकाम के साथ ही घबराहट, बेचैनी और मानसिक बीमारियां हो सकती है.

3. मंगल से संबंधित बीमारियां
मंगल (Mars) ग्रह की बात करें तो संदीप जी बताते हैं कि देवताओं का सेनापति ग्रह मंगल, रक्त का स्वामी है. ऐसे में अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल कमजोर या खराब हो तो इस वजह से उस व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी हो सकती है. इसके अलावा बुखार, दुर्घटना और बार-बार चोट लगने जैसी दिक्कतें भी हो सकती हैं.

4. बुध ग्रह से जुड़े रोग
बुध (Mercury) ग्रह का संबंध शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी से है और अगर कुंडली में बुध ग्रह कमजोर या खराब स्थिति में हो तो इसकी वजह से व्यक्ति को इंफेक्शन वाली बीमारियां ज्यादा होती है. साथ ही त्वचा से जुड़ी बीमारियां भी हो सकती हैं.

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5.  बृहस्पति ग्रह के कारण होने वाली बीमारियां
नौ ग्रहों में सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति (Jupiter) है और अगर कुंडली में यह ग्रह कमजोर हो या खराब स्थिति में हो तो इसकी वजह से व्यक्ति को कई गंभीर बीमारियां होने का खतरा रहता है. इसमें पेट से जुड़ी गंभीर बीमारियों के अलावा हेपेटाइटिस और कैंसर जैसी बीमारियां भी शामिल हैं.  

6. शुक्र ग्रह से जुड़े रोग
शुक्र (Venus) ग्रह को संपन्नता, सुख-समृद्धि और वैभव का कारक ग्रह माना गया है और अगर किसी की कुंडली में शुक्र ग्रह कमजोर या खराब स्थिति में हो तो व्यक्ति को हार्मोन्स से संबंधी बीमारियां, यौन रोग और डायबिटीज होने की आशंका रहती है.

7. शनि ग्रह से जुड़े रोग
शनि (Saturn) ग्रह का नाम सुनते ही लोगों के मन में डर की भावना आ जाती है क्योंकि उन्हें लगता है कि शनि हमेशा अशुभ फल ही देता है. लेकिन ऐसा नहीं है शनि अगर कुंडली में अच्छी स्थिति में हो तो वह शुभ फल भी देता है. लेकिन शनि की खराब स्थिति के कारण व्यक्ति को लंबे समय तक रहने वाली क्रॉनिक बीमारिया हो सकती हैं, किसी तरह के दर्द या हड्डी से जुड़ी दिक्कत भी शनि के कारण ही होती है.

8. राहु-केतु से संबंधित बीमारियां
ऐस्ट्रोलॉजर संदीप जी की मानें तो राहु-केतु (Rahu Ketu) की वजह से व्यक्ति को कई बार ऐसी रहस्यमयी बीमारियां होती हैं जो कई बार डायग्नोज भी नहीं हो पातीं. राहु की वजह से कई बार याद्दाश्त से संबंधी बीमारियां तो केतु की वजह से त्वचा और रक्त संबंधी बीमारियां होती हैं.

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