Ram Navami 2024: अप्रैल में कब है राम नवमी? दूर करें कंफ्यूजन, जल्दी नोट करें सही तारीख और पूजा मुहूर्त
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Ram Navami 2024: अप्रैल में कब है राम नवमी? दूर करें कंफ्यूजन, जल्दी नोट करें सही तारीख और पूजा मुहूर्त

Ram Navami Kab Hai: वैदिक पंचांग के अनुसार चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को राम नवमी मनाई जाती है. इसी दिन चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि के साथ समापन हो जाता है. आइए जानते हैं साल 2024 में राम नवमी कब है.

Ram Navami 2024: अप्रैल में कब है राम नवमी? दूर करें कंफ्यूजन, जल्दी नोट करें सही तारीख और पूजा मुहूर्त

Ram Navami 2024 Date: होली के पर्व के साथ फाल्गुन महीने की समाप्ती हो चुकी है और वहीं, 26 मार्च को चैत्र महीने की शुरुआत हो चुकी है. इस महीने में कई सारे महत्वपूर्ण त्योहार मनाए जाते हैं. वैदिक पंचांग के अनुसार चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को राम नवमी मनाई जाती है. इसी दिन चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि के साथ समापन हो जाता है. आइए जानते हैं साल 2024 में राम नवमी कब है और क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त.

 

कब है राम नवमी 2024?

वैदिक पंचांग के अनुसार साल 2024 में चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 16 अप्रैल को 1 बजकर 26 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन यानी 17 अप्रैल को 3 बजकर 16 मिनट तक नवमी तिथि समाप्त होगी. उदया तिथि के चलते 17 अप्रैल को राम नवमी राम नवमी मनाई जाएगी. आइए जानते हैं इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है.

 

राम नवमी पूजा मुहूर्त 2024
ज्योतिष गणना के अनुसार राम नवमी का शुभ मुहूर्त 17 अप्रैल को सुबह 11 बजकर 4 मिनट से दोपहर 1 बजकर 35 मिनट तक रहेगा. इस दौरान आप प्रभु राम की पूजा-अराधना कर सकते हैं. 

 

राम नवमी का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को प्रभु राम का जन्म हुआ था. इस कारण से नवमी तिथि को राम नवमी के नाम से जाना जाता है. राम जी की पूजा करने से सद्बुद्धि, बल, ज्ञान का आशीर्वाद मिलता है. इस दिन राम जी की पूजा करने के साथ-साथ उनके परम भक्त हनुमान जी की पूजा करना भी शुभ माना जाता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार राजा दशरथ की तीनों रानियों कौशल्या, सुमित्रा और कैकयी को पूत्र की प्राप्ति नहीं हो रही थी. तब राजा ने पुत्रेष्टि यज्ञ करवाया था और प्रसाद रूप में खीर तीनों रानियों को खिलाई थी. जिसके बाद तीनों रानियों ने गर्भधारण किया था. करीब नौ महीनों के बाद कौशल्या ने भगवान राम, कैकेयी ने भरत और सुमित्रा ने लक्ष्मण को जन्म दिया. जिस दिन राम जी का जन्म हुआ था तब नवमी तिथि थी.

 

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जरूर करें इस मंत्र का जाप
रामनवमी के दिन राम रक्षा मंत्र 'ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं रामचन्द्राय श्री नमः' का जाप करना काफी शुभ माना जाता है. इससे प्रभु राम के विशेष आशीर्वाद की प्राप्ति होती है.

 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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