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Vaishakh Purnima 2022 Upay: वैशाख पूर्णिमा को हिंदू धर्म में बहुत अहम माना गया है. वैसे तो सारी पूर्णिमा महत्वपूर्ण होती हैं लेकिन वैशाख पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु ने गौतम बुद्ध के रूप में अवतार लिया था. उन्होंने ही बौद्ध धर्म की स्थापना की और पूरी दुनिया को शांति, प्रेम, ईमानदारी, मानवता का संदेश दिया. इसी दिन महात्मा बुद्ध को बोधगया में बोधि वृद्वा के नीचे बुद्धत्व की प्राप्ति भी हुई थी. कुछ जगहों पर इसे पीपल पूर्णिमा भी कहते हैं.
वैशाख पूर्णिमा के दिन सूर्योदय से पहले स्नान करें. वैसे तो इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करना चाहिए लेकिन ऐसा संभव न हो तो गंगाजल मिले पानी से घर पर ही स्नान कर लें. फिर ईशान कोण में एक चौकी पर लाल,सफेद या पीला कपड़ा बिछाकर उस पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें. भगवान विष्णु और धन की देवी मां लक्ष्मी पूजा करें. उन्हें चंदन, अक्षत, पंचामृत, फल, फूल, पंचमेवा, कुमकुम, केसर, नारियल, पीतांबर अर्पित करें. तुलसी दल अर्पित करें. भोग लगाएं. आरती करें. पूजन के बाद दान अवश्य दें. वैशाख पूर्णिमा के दिन जल से भरा घड़ा, छाता, जूते, सत्तू, पकवान, फल, पंखे का दान करना उत्तम माना गया है.
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ऐसे जातक जो पितृ दोष, शनि दोष से परेशान हैं, उनके लिए वैशाख पूर्णिमा का दिन बहुत खास है. इस दिन उन्हें पीपल के पेड़ पर काला तिल मिलाकर जल चढ़ाना चाहिए. इससे उन्हें पितृ दोष से राहत मिलेगी. वहीं पीपल के पेड़ की पूजा करने से शनि का प्रकोप कम होगा. ये उपाय करने से जीवन में आर रही मुसीबतें, बाधाएं दूर होंगी. हर काम में सफलता मिलेगी. तरक्की और धन लाभ होगा. सुबह स्नान करके पीपल के पेड़ पर दूध और जल चढ़ाने से सारी मनोकामनाएं पूरी होंगी.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)