मरा हुआ एलियन और UFO देखने अमेरिका गए थे आइंस्टीन, ऑडियो टेप में सनसनीखेज दावा
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मरा हुआ एलियन और UFO देखने अमेरिका गए थे आइंस्टीन, ऑडियो टेप में सनसनीखेज दावा

धरती में एलियंस (Aliens) की मौजूदगी को लेकर पिछले कई दशकों से अलग-अलग दावे किए गए हैं. फिल्मों से इतर बीते कुछ सालों में सोशल मीडिया का चलन बढ़ने के बाद अब आम लोगों की दिलचस्पी भी अंतरिक्ष की दुनिया को समझने के लिए बढ़ी है.

फाइल फोटो

नई दिल्ली: धरती में एलियंस (Aliens) की मौजूदगी को लेकर पिछले कई दशकों से अलग-अलग दावे किए गए हैं. फिल्मों से इतर बीते कुछ सालों में सोशल मीडिया का चलन बढ़ने के बाद अब आम लोगों की दिलचस्पी भी अंतरिक्ष की दुनिया को समझने के लिए बढ़ी है. वहीं इस बीच एक बार फिर अमेरिका और ब्रिटेन में एलियंस और UFO को लेकर हुए दावे में कहा गया है कि मशहूर वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन (Albert Einstein) मरे एलियन को देखने अमेरिका (US) गए थे.

  1. मरा हुआ एलियन और UFO देखने गए थे आइंस्टीन
  2. ऑडियो टेप में असिस्टेंट के हवाले से सनसनीखेज दावा
  3. ब्रिटेन से मैक्सिको के रोसवेल ले गए थे सीक्रेट एजेंट

ऑडियो टेप में सनसनीखेज खुलासे

इस टेप में दावा किया गया है कि आइंस्टीन को मृत एलियंस की डेड बॉडी देखने के लिए अमेरिका ले जाया गया था. इस काम के लिए ब्रिटेन से कुछ खास सीक्रेट एजेंट साल 1947 में आइंस्टीन को न्यू मैक्सिको के रोसवेल ले गए थे. जहां उस समय एक दुर्घटनाग्रस्त यूएफओ का मलबा पड़ा था जिनके बारे में कहा गया था कि उसमें एलियंस मौजूद थे.  

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सीक्रेट मिशन था क्राइसिस कॉन्फ्रेंस 

ब्रिटिश अखबार डेली स्टार में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक आइंस्टीन और उनके तत्कालीन असिस्टेंट डॉक्टर शर्ली राइट को मेक्सिको की उस एक्सीडेंट साइट की जांच करने के लिए सरकारी मिशन पर भेजा गया था. दरअसल जो ऑडियो टेप सामने आया है उसमें शर्ली के साथ हुए इंटरव्यू की बातें रिकॉर्ड हैं. दावे के मुताबिक शर्ली ने उस टेप में कहा था कि उन्हें इससे जुड़ी सच्चाई को बताने से पहले इतिहास के लिए उनके अपने दायित्व का अहसास था.  

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(फोटो साभार: Channel 4)

डॉ शर्ली राइट के इस इंटरव्यू को 1993 में रिकॉर्ड किया गया था लेकिन इसे अब सार्वजनिक किया गया है. इंटरव्यू में एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इस मामले पर अपनी राय देने के लिए आइंस्टीन और उन्हें जुलाई 1947 में साइट पर जाने के लिए कहा गया था.' ये एक सरकारी दौरा था जिसे क्राइसिस कॉन्फ्रेंस नाम दिया गया था. इस दौरान कुछ सीक्रेट एजेंट भी उनके साथ गए थे.

एयरपोर्ट पर था यूएफओ का मलबा

टेप में डॉक्टर शर्ली कहती हैं कि जब हम वहां पहुंचे तो एयरपोर्ट में ढे़र सारा मलबा बिखरा था. उसमें मौजूद विमान का हिस्सा एक डिस्क के आकार का था. यानी यूएफओ पूरी तरह क्षतिग्रस्त था उसके अंदर एक शरीर था जिसे एक प्रतिबिंबित सामग्री कहा जा सकता था. 

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