Breathing Fabric: शरीर को जिस तरह की जरूरत होगी, उसके हिसाब से ऑक्‍सीजन सप्‍लाई करेगा ये कपड़ा
Advertisement

Breathing Fabric: शरीर को जिस तरह की जरूरत होगी, उसके हिसाब से ऑक्‍सीजन सप्‍लाई करेगा ये कपड़ा

Breathing Fabric: शोधकर्ताओं के मुताबिक, इस कपड़े की जरूरत उन लोगों को पड़ सकती है, जो मेहनत का काम करते हैं. एथलीट्स, डांसर्स और स्टेज परफॉर्मर्स के लिए ये आविष्कार बेहद उपयोगी साबित हो सकता है. 

Breathing Fabric: शरीर को जिस तरह की जरूरत होगी, उसके हिसाब से ऑक्‍सीजन सप्‍लाई करेगा ये कपड़ा

नई दिल्ली: वैज्ञानिकों ने खास फैब्रिक (Breathing Fabric) तैयार किया है, जो ऑक्सीजन सप्लाई करेगा. ये फैब्रिक (Breathing Fabric) आपके शरीर के हिसाब से ऑक्सीजन की सप्लाई कर सकता है. इससे सबसे ज्यादा फायदा उन लोगों को होगा, जो शारीरिक मेहनत करते हैं. वैज्ञानिकों ने इस फैब्रिक को खास तौर पर ऐसे लोगों के लिए तैयार किया है, जिनकी सांस शारीरिक श्रम के बाद फूलने लगती है. ये फैब्रिक उनके शरीर की जरूरत के मुताबिक ऑक्सीजन की सप्लाई करता रहेगा.

  1. इस फैब्रिक को मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में तैयार किया गया है. 
  2. यहां रिसर्चर्स ने पहले एक फाइबर का आविष्कार किया.
  3. इसे बाद में जाकर एक कपड़े में बदल दिया गया.

ऑक्सीजन सप्लाई करेगा कपड़ा

फैब्रिक को मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (Massachusetts Institute of Technology- MIT) में तैयार किया गया है. यहां रिसर्चर्स ने पहले एक फाइबर का आविष्कार किया, जिसे बाद में एक कपड़े में बदल दिया गया. शोधकर्ताओं का कहना है कि ये कपड़ा गायकों, एथलीट्स या फिर किसी बीमारी और सर्जरी के बाद लोगों को पहनाया जा सकेगा. उन्हें इससे सांस से संबंधित समस्याओं में आराम मिल सकेगा. इसका प्रयोग कुछ सिंगर्स को पहनाकर किया गया, जिससे उन्हें गाते समय काफी मदद मिली. कुछ एथलीट्स ने भी कहा कि इससे उन्हें सांस लेने में मदद मिली. 

शरीर के हिसाब से होगा एडजस्ट

वैज्ञानिकों के मुताबिक, कपड़ा इसे पहनने वाले के शरीर के मुताबिक एडजस्ट हो जाएगा. इसमें सिकुड़ने और फैलने की क्षमता है. जैसे ही शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगेगी, ये उसके मुताबिक ऑक्सीजन की सप्लाई करने लगेगा. ओमनीफाइबर से बना हुआ ये कपड़ा कई लेयर्स से बना है. शोधकर्ताओं के मुताबिक, ये बेहद पतला कपड़ा है और इंसान की त्वचा पर किसी तरह से भी नुकसान नहीं पहुंचाता. बाहर से ये पॉलिस्टर की तरह लगता है, लेकिन ये उससे बेहतर है. 

आसमान में दिखेगा ‘टूटते तारों’ की बारिश का अद्भुत नजारा, जानें आप कब देख सकते हैं

ऐसे करता है काम 

इसके बीच में फ्लूड चैनल है, जो एक फ्लूडिक सिस्टम के तहत चलता है. कपड़ा शरीर पर पहनते ही काम करने लगता है. इसमें लगे सेंसर्स बताते हैं कि वो कितना खिंच रहा. इसके फ्लूड चैनल बाहरी हवा को तत्काल खींचना शुरू कर देते हैं और इसे सीधा त्वचा तक पहुंचाते हैं. 

Trending news